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स्वामी प्रसाद मौर्य पर महन्त राजू दास जी महाराज की घोषणा का हिन्दू महासभा ने स्वागत किया

स्वामी प्रसाद मौर्य पर महन्त राजू दास जी महाराज की घोषणा का हिन्दू महासभा ने स्वागत किया

 

मनोज शर्मा

 

 आगरा।अखिल भारत हिन्दू महासभा ने समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ राम चरित मानस का अपमान करने और नफरत फ़ैलाने वाला ग्रंथ बताने का गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर उन्हे फांसी की सजा देने की मांग की है ।

       हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने देश के बहुसंख्यक समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है , जिसके लिए उन्हें फांसी की सजा भी कम होगी । उन्होंने कहा कि हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के अपमान पर शासन प्रशासन की उदासीनता अखरती है । यदि स्वामी प्रसाद मौर्य कुरान अथवा बाइबिल पर इस प्रकार की टिप्पणी करते तो वो अब तक जेल में होते । दुर्भाग्य का विषय है कि छद्म धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है । इसे हिन्दू महासभा किसी भी कीमत पर सहन नही करेगी ।

          राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने हिन्दू सुरक्षा सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास जी महाराज के उस बयान का समर्थन किया है , जिसमे राजू दास जी महाराज ने स्वामी प्रसाद मौर्य की गर्दन काटने वाले को 21 लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है । उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद ध्वस्त होने पर हिन्दू धर्म की अस्मिता बचाने के लिए हिंदुओं को स्वयं दोषी को दंडित करने पर बाध्य किया जा रहा है ।

      आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने बताया कि स्वतंत्र भारत के 75 वर्षों में छद्म धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदुओं के देवी देवताओं और धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाया जाता रहा है । कभी भगवान श्री राम को काल्पनिक कहा जाता है तो कभी भगवान श्रीकृष्ण और अन्य देवी देवताओं पर धर्म विरोधियों द्वारा टिप्पणी की जाती रही है । अब राम चरित मानस को नफरत फ़ैलाने वाला ग्रंथ बताकर एक नया विवाद उत्पन्न किया जा रहा है । राम चरित मानस को जलाने का दुस्साहस किया जा रहा है । छद्म धर्मनिरपेक्ष शासन में भारत में हिंदुओ को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाकर विधर्मी समाज का मनोबल बढ़ाया जा रहा है ।

     बी एन तिवारी ने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र होता तो विधर्मियों में इतना बड़ा साहस न होता । उन्होंने हिन्दू समाज से हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के मार्गदर्शन और हिन्दू राष्ट्र निर्माण हस्ताक्षर अभियान समिति के राष्ट्रीय संयोजक नितिन उपाध्याय के नेतृत्व में हिन्दू राष्ट्र निर्माण हस्ताक्षर अभियान से जुड़कर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने और हिन्दू धर्म और हिन्दू अस्मिता की रक्षा करने का आहवान किया है ।

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