लगभग आधा दर्जन ग्रामीणों ने लेखपाल व कानूनगो पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप

नेत्रहीन विधवा के मकान की कर दी चकबंदी में नाप

संवाददाता राममुरारी शुक्ला,अमृतपुर/ फर्रुखाबाद :

लेखपाल व कानून गो भाजपा जैसी निष्पक्ष सरकार को कलंकित करने में जुटे हुये है। नेत्रहीन विधवा महिला के घर को चकबंदी लेखपाल व कानूनगो ने नम्बर नाप दिया।पीड़ित ग्रामीणों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अमृतपुर तहसील क्षेत्र के गांव गुडेरा में चकबंदी चल रही है।जिसमें लेखपाल व कानूनगो पर रिश्वत लेकर चकबंदी करने का आरोप लगाया गया है।जिसमें ग्रामीण व पूर्व प्रधान शिवरतन राजपूत ने बताया कि हमारे ग्राम पंचायत में लेखपाल विशेष कुमार यादव लगभग 5 वर्षों से तैनात है। उनकी रिश्तेदारी गांव हीरानगर में बताई जा रही है और जातिवाद के चलते अपने चहेतों के खेत के नंबर सही और रोड के किनारे पूरे करके नापे जा रहे हैं।जबकि अन्य ग्रामीणों के नंबर कम भी नाप रहे हैं और रोड से उठाकर खेतों को कटरी में पहुंचाया जा रहा हैं।उन्होंने बताया कि लेखपाल को नाम मात्र के लिए हटाया गया है। लेकिन वही पूरा काम अभी भी ग्राम पंचायत में संभाल रहा है।जब तक चकबंदी दोबारा से नहीं की जाती है व इन सभी राजस्व कर्मियों को नहीं हटाया जाता जनता के साथ ऐसे ही अन्याय होता रहेगा।

परेशान ग्रामीण प्रभु दयाल पुत्र कुंवर बहादुर निवासी रुलापुर ने बताया कि सात बीघा का चक है और उसमें 15 डिसमिल कम कर दिया गया है। हरीराम पुत्र जवाहर निवासी रुलापुर ने बताया कि हमारा 34 डिसमिल का बैनामा है जिसमें मुझे मौके पर कम करके 27 डिसमिल दिया गया है। दिनेश चंद्र अवस्थी पुत्र छोटेलाल अवस्थी निवासी गुडेरा ने लेखपाल और कानून गो सहित अन्य राजस्व कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि रुलापुर संपर्क मार्ग से लगभग दो बीघा खेत हटाकर कटरी में डाल दिया है। जगतपाल पुत्र छेदा लाल निवासी रुलापुर ने बताया कि हमारा 13 डिसिमल खेत है जिसमें मुझे मौके पर 10 डिसिमल दिया गया है। कमलेश अवस्थी पुत्र रामशरण अवस्थी निवासी गुडेरा ने बताया कि हमारा 48 डिसमिल का नंबर है जिसमें मुझे मौके पर 38 डिसिमल दिया गया है। लेखपाल राजस्व निरीक्षक रिश्वत लेकर लगातार चकबंदी में धांधली कर रहे हैं।नाप जोख के दौरान एक बड़ा कारनामा सामने आया है।अमरावती पत्नी भगवान दयाल निवासी गुडेरा जो कि एक विधवा व आंखों से न देखने वाली महिला के घर को भी चकबंदी में नाप दिया गया।पूर्व प्रधान व अन्य ग्रामीणों ने राजस्व कर्मियों से लेकर उच्च अधिकारियों तक रिश्वत खाने का आरोप लगाया है। वजह साफ है कि ऐसे राजस्व कर्मियों को क्यों नहीं हटाया जा रहा है। दोबारा से चकबंदी क्यों नहीं की कराई जा रही है।

अगर ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने ऐलान करते हुए कहा अगर हमारी सुनवाई नहीं होती है तो हम ट्रैक्टरों के माध्यम से मुख्यमंत्री जनता दरबार में पहुंचेंगे। राष्ट्रीय सनातन संस्कृति के राष्ट्रीय महासचिव अमन अवस्थी ने भी कहा है कि जनता व ग्रामीणों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए हमारा संगठन 24 घंटे तैयार है और रिश्वत लेने वाले राजस्व कर्मियों पर जल्द से जल्द सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई करवाई जाएगी। जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी लिखित में प्रार्थना पत्र दिए गए हैं। अगर ऐसा ही ग्रामीणों के साथ होता रहा तो हमारा संगठन पूरे प्रदेश स्तर का गांव गुडेरा से लेकर तहसील अमृतपुर में भारी मात्रा में धरना प्रदर्शन करेगा।

ऐसी चेतावनी देते हुए अमन अवस्थी ने कहा कि भाजपा जैसी निष्पक्ष सरकार में राजस्व कर्मचारी योगी आदित्यनाथ की सरकार को मिट्टी में मिलाने का काम कर रहे हैं। जबकि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ आए दिन समय-समय पर सख्त चेतावनी देते रहते हैं कि तहसील से संबंधित जो भी मामले हैं उनको शांतिपूर्ण ढंग से निस्तारण कराया जाए। ऐसा न करने वाले राजस्व कर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है। सरकार जल्द ही रिश्वतखोरी व जातिवाद से प्रेरित लोगों द्वारा अन्यायपूर्ण तरीके से काम करने वालों पर कार्यवाही करें। इससे पहले किसान रिश्वतखोरी के चलते इन कर्मचारियों के विरुद्ध सड़कों पर उतर आए अथवा आंदोलन के लिए विवश हो जाय जिलास्तरीय अधिकारियों को मौका मुआवजा कर न्याय पूर्ण कार्यवाही के लिए चकबंदी का कार्य पूर्ण कराना चाहिए। इस संबंध में उप जिलाधिकारी अमृतपुर अतुल कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला चकबंदी से संबंधित है इसका सही जवाब चकबंदी सी ओ ही दे सकते हैं ये मामला उनके अधिकार क्षेत्र में आता है फिर भी मैं इस मामले को गंभीरता पूर्वक नोटिस कर रहा हूं ओर अपने स्तर से जो सम्भव हो सकेगा मदद की जाएगी।

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