राजकुमार गुप्ता ब्यूरो चीफ मथुरा
मथुरा के डालमिया फार्म हाउस में 454 पर आरा चलाने के मामले में नया खुलासा सामने आया है। इसमें डालमिया फार्म हाउस की खरीद को लेकर हुए सौदे में कोलकाता निवासी विक्रेताओं ने नोएडा की एक प्रापर्टी फर्म से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। विक्रेता पक्ष के अनुबंधकर्ताओं द्वारा जिस कंपनी से एमओयू साइन किया उसके दोनों ही साझीदार मथुरा और वृंदावन निवासी है। वहीं धानुका और डालमिया परिवारों की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी एमओयू (सहमति) में दर्शाया गया है। सौ रुपये के स्टांप पर करोड़ों की डील की गई। डालमिया फार्म हाउस की डील के दोनों पक्षकारों के मध्य 16 अक्तूबर को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से खरीदे गए 100 रूपये के स्टांप पर करोड़ों की संपत्ति डील हुई। इसमें विक्रेता प्रथम पक्ष के रूप में नारायण प्रसाद डालमिया, प्रद्युम्न डालमिया, वेदांत डालमिया, सिद्धांत डालमिया और राजेंद्र प्रसाद पंसारी ने हस्ताक्षर किए। इस पक्ष के कर्ता के रूप में चंद्रकुमार धानुका द्वारा शंकरलाल चंद कुमार तो दूसरा पक्ष राधामाधव डेवलपर्स की ओर से उसके साझीदार वृंदावन के सुनरख मार्ग स्थित आनंद कृष्णा वन निवासी गिर्राज अग्रवाल और मथुरा के बैक कॉलोनी, कृष्णा नगर निवासी आशीष कौशिक ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। डालमिया फार्म हाउस की 37.28 एकड़ भूमि के विक्रय पत्र में यह भी दर्शाया गया है कि किस विक्रेता का कितना हिस्सा और उसी अनुपात में उसे धन का भुगतान किया गया है। डालमिया फार्म हाउस के सामने आए समझौता पत्र के मुताबिक शंकरलाल चंद्र कुमार परिवार का हिस्सा 50 प्रतिशत, जबकि नारायण प्रसाद डालमिया का 12.50 प्रतिशत, प्रद्युम्न डालमिया का 12.50 प्रतिशत, वेदांत डालमिया का 6.25 प्रतिशत, श्यामसुंदर डालमिया एस्टेट के प्रतिनिधि राजेंद्र प्रसाद पंसारी के माध्यम से उसके सभी उत्तराधिकारियों और लाभार्थियों की सहमति से 12.50 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व दर्शाया गया है। जिस राधामाधव डवलपर्स नामक फर्म द्वारा द्वितीय पक्ष के रूप में अनुबंध किया गया है। यह पार्टनरशिप फर्म नोएडा के सेक्टर 39 की है। दरअसल यह प्रकरण तब सामने आया जब इस फार्म हाउस में हरे पेड़ों पर आरा चला दिया गया। इसमें आरोपियों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए गए। सारा खेल अनधिकृत रूप से काटी गई तपोवन कालोनी के लिए किया गया है। कोलकाता में पुलिस ने डालमिया परिवार से इसी समझौते पर बात की है। बताया जा रहा है कि पुलिस को भी इसकी पुष्टि हो गई है और इसी को आधार बनाकर पुलिस अब आगे की कार्रवाई करेगी।