साइट महाविद्यालय सिंगरौली में पहुँचे केंद्रीय खनन राज्यमंत्री, युवा अपनी क्षमताओं को पहचानें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें— सतीश चन्द्र दुबे

ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।

सिंगरौली/मध्य प्रदेश। सिंगरौली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (साइट महाविद्यालय) में केंद्रीय कोयला एवं खनन राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे के आगमन के उपलक्ष्य में एक विशेष स्वागत सम्मान एवं सत्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां विधायक रामनिवास शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष रामसुमिरन गुप्ता, मंत्री के ओएसडी अखिलेश पाण्डेय विशेष आतिथ्य के रूप में मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरूआत मॉ वीणावादनी प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलन वैदिक मंत्रोचार एवं स्वागत उद्बोधन एवं छात्राओं ने अतिथियों के स्वागत में सु-मधुर गीत प्रस्तुत किया। महाविद्यालय के निदेशक अनिल कुमार शुक्ल ने इस विशिष्ट अवसर पर अतिथियों को पुष्पगुच्छ, श्रीफल-शाल एवंं स्मृति-चिन्ह भेंट किया तथा महाविद्यालय के स्थापना, उदेश्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री ने महाविद्यालय के निदेशक अनिल कुमार शुक्ल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सिंगरौली जिले में उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट मंच स्थापित किया हैं जो क्षेत्र के युवाओं के भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा हैं। कोरोना महामारी के दौरान श्री शुक्ल ने यात्रियों और समाज की नि:स्वार्थ सेवा को मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य की संज्ञा दी और इस मानवीय प्रयास के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने विद्यार्थियों को समय का सदुपयोग, कड़ी मेहनत और अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा सफलता का मार्ग कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास सें होकर गुजरता हैं।

युवा अपनी क्षमताओं को पहचाने और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। मंत्री ने बच्चों और युवाओं को प्रेरित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दियें। कार्यक्रम में नमन शुक्ल, राजकुमार त्रिपाठी, बलदेव शर्मा, चंद्र शेखर सिंह, अनिल सिंह, डॉ. अलका मिश्रा, विनीता तिवारी, श्यामनारायण, पुष्पेन्द्र बैस, अनिल तिवारी, आशा सिंह, कुमारी रूपल, कुमारी नेहा, सुहैल अहमद, हिमांशु अग्रवाल, शुभम कुमार पटेल अन्य गणमान्य तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

यह समय नई-नई स्किल्स सीखने की है जरूरत:- अपने संबोधन में खनन राज्यमंत्री ने कहा कि बच्चे किसी भी देश के महत्वपूर्ण संसाधन होते हैं। जीवन में सफलता और सम्मान का मार्ग मेहनत शिक्षा, कौशल विकास के माध्यम से ही प्रशस्त होगा। यह समय नई-नई स्किल्स सीखनें और अपनी शिक्षा को मजबूत करने का हैं। आपका दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत न केवल आपकों बल्कि पूरे समाज और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। उन्होंने महाविद्यालय के सभी प्राध्यापको को उनके योग्यदान के लिए प्रोत्साहित किया।

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