ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। नगर निगम परिषद की बैठक सोमवार को अध्यक्ष देवेश पाण्डेय की अध्यक्षता एवं विधायक रामनिवास शाह, महापौर रानी अग्रवाल, निगमायुक्त डी.के. शर्मा एवं उपायुक्त आरपी बैस तथा कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय के विशेष मौजूदगी में आयोजित की गई। बैठक में परिषद में शॉपिंग प्लाजा के टूटने या फिर बनने पर सहमत नहीं बनते दिख रही है। पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन शिवाजी कॉम्पलेक्स के व्यवसाइयों को विस्थापित मान रहे हैं। लेकिन शॉपिंग कांप्लेक्स व्यापारियों को नहीं यह गलत है। एक ही तरह के मामले में दो तरह के मापदंड किसी भी तरह से सही नहीं है। पार्षदों का कहना था कि जर्जर भवन बनाने के जिम्मेदार नगर निगम प्रशासन भरी बरसात में व्यवसायियों का कारोबार बंद करा दिया। उस दौरान सदर विधायक रामनिवास शाह की मौजूदगी में महापौर, कलेक्टर, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, जिला प्रशासन सहित ननि कमिश्नर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही उन्हें दूसरी जगह दुकान बनाकर सिफ्ट कराया जाएगा। लेकिन दो बार परिषद की बैठक हो चुकी है। लेकिन अभी तक परिषद किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची यह निंदनीय हैं।
वही मृत मवेशियों को खुले में फेकने का आरोप पार्षद अनिल बैस ने लगाया। बैठक में एमआईसी सदस्य के साथ-साथ पार्षद सीमा जायसवाल सहित अन्य मौजूद रहे।
परिषद में महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर मिली मंजूरी:- परिषद के एजेन्डा बिंदु में शामिल सभी प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा उपरांत महत्वूर्ण निर्णय लिए गये। जिसमें शिवाजी कॉम्पलेक्स के बगल में खाली जमीन पर व्यापारियों एवं रहवासियों के लिए पीपीपी मोड़ पर आवास एवं दुकान निर्माण के साथ कायाकल्प योजना 2.0के तहत निगम के वार्डो में पीसीसी सड़क कराये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई, निगम क्षेत्रांतर्गत प्रतिमा स्थापित करने एवं पार्को तथा निगम के कॉलोनियों के नामकरण के संबंध में कमेटी गठित करने का तथा गनियारी प्रधानमंत्री आवास योजना के रिक्त भूमि के पॉच एकड़ के भाग में प्लांटिग कराने, इसके साथ ही परिषद बैठक में नगर विकास के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गयें। तत्पश्चात नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय के द्वारा परिषद की कार्यवाही अनिश्चित काल तक स्थागित करने की घोषणा की गई। गड़बड़ी छुपाने निर्माण स्थल पर नहीं लगाते प्राकलन बोर्ड:- पार्षद भारतेंदु पाण्डेय ने नगर निगम क्षेत्र के सभी बार्ड़ो में हो रहे निर्माणकार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा कि कहीं भी निर्माण कार्य हो रहा है। लेकिन ठेकेदार अपनी गड़बड़ी छुपाने के लिए निर्माण स्थल पर प्राकलन बोर्ड नहीं लगातें। ऐसे में पार्षद सहित आम आदमी को यह नहीं पता चल पाता कि यह काम किसी ठेकेदार के द्वारा कराया गया है। इस काम का समय अवधि क्या है और इसकी लागत कितनी है। जबकि पूर्व कमिश्नर ने आदेश जारी कर सभी निर्माण कार्यों में प्राकलन बोर्ड लगाने के लिए निर्देश दिए थे। साथ ही उसमें नगर निगम के अधिकारियों सहित ठेकेदार का नाम, काम की लागत और गारंटी पीरियड का स्पष्ट उल्लेख करने के निर्देश दिए थे। लेकिन नगर निगम में कहीं भी प्राकलन बोर्ड नहीं है। इससे यह साबित होता है कि नगर निगम के ठेकेदार गड़बड़ी कर रहे हैं।
राची बस्ती में नहीं पहुंचा अमृत जल योजना:- वार्ड क्रमांक- 09 के पार्षद शेखर सिंह ने महापौर और ननि अध्यक्ष से रांची बस्ती में पेयजल उपलब्ध करने की मांग करते हुए बताया कि अभी तक इस बस्ती में गंदा पानी पीने की वजह से दो-तीन लोगों की मौत हो चुकी है। यहां शौचालय नहीं होने से लोग खुले में शौच कर रहे हैं। सिंह का समर्थन वार्ड पार्षद अनारकली ने करते हुए कहा कि पेयजल नहीं होने से वार्ड के लोगों को गंदा पानी पीना मजबूरी है। जवाब में नगर निगम कमिश्नर ने भी माना कि वहां अब तक अमृत पेयजल नहीं पहुंच पाया है। जल्द ही वहां स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।