पप्पू यादव को धमकी देने वाला शॉकिंग खुलासा: Z प्लस सिक्योरिटी के लिए लॉरेंस बिश्नोई के नाम खुद के ही समर्थको ने दी थी धमकी

पप्पू यादव को धमकी प्रकरण: समर्थकों की साजिश से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा

मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बयान देने के बाद पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को मिल रही धमकियों ने सभी को चौंका दिया था। प्रारंभिक तौर पर इसे कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जोड़ा गया। लेकिन पुलिस की जांच ने इस मामले में चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया। धमकी देने का यह मामला सांसद के कुछ करीबी समर्थकों की सोची-समझी साजिश निकला, जो उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दिलाने के लिए रचा गया था।

गिरफ्तार आरोपित ने उगले राज

पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार राम बाबू यादव से पूछताछ की। राम बाबू, जो सांसद पप्पू यादव की पुरानी पार्टी जन अधिकार पार्टी (जाप) का नेता था, ने खुलासा किया कि यह पूरी साजिश सांसद के समर्थकों द्वारा बनाई गई थी। उसे दो लाख रुपये और पार्टी में बड़ा पद देने का वादा किया गया था, ताकि वह यह धमकी भरा वीडियो बनाए और सांसद को भेजे।

राम बाबू ने बताया कि वीडियो में खुद को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य बताते हुए सांसद को धमकी दी गई। इस साजिश का मकसद केवल इतना था कि सांसद को अतिरिक्त सुरक्षा दिलाई जा सके और उनकी राजनीतिक छवि को मजबूती दी जा सके।

एसपी ने दी मामले की जानकारी

पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस मामले में प्रेस को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राम बाबू ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने सांसद के समर्थकों के कहने पर धमकी भरा वीडियो बनाया। यह वीडियो करीब एक महीने पहले रिकॉर्ड किया गया था। समर्थकों ने उसे भरोसा दिलाया कि यह कदम सांसद के लिए बेहद जरूरी है।

राम बाबू को इसके लिए दो लाख रुपये का लालच दिया गया था। साथ ही पार्टी में बड़ा पद देने की बात कही गई। प्रारंभिक भुगतान के रूप में उसे 2000 रुपये एडवांस दिए गए थे।

वीडियो की योजना

राम बाबू ने पुलिस को बताया कि उसने सांसद के लिए दो वीडियो बनाए। इनमें से एक वीडियो सांसद के निजी नंबर पर भेजा गया। दूसरा वीडियो योजना के अनुसार किसी महत्वपूर्ण मौके पर जारी करने की तैयारी थी। दोनों वीडियो अब पुलिस के कब्जे में हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कोई संबंध नहीं

एसपी ने पुष्टि की कि इस मामले का कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से कोई संबंध नहीं है। गिरफ्तार आरोपित राम बाबू यादव भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव का निवासी है। उसकी मंशा केवल सांसद के समर्थकों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की थी।

कैसे रची गई साजिश?

राम बाबू ने बताया कि यह साजिश सांसद के समर्थकों ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत बनाई थी। उन्होंने उसे बताया कि अगर यह धमकी भरा वीडियो वायरल होता है, तो सांसद को जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी मिल जाएगी। समर्थकों का मानना था कि यह उनकी छवि को मजबूत करने और राजनीतिक लाभ उठाने का तरीका है।

पुलिस की जांच जारी

इस मामले में पुलिस ने सभी पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है। जिन समर्थकों ने यह साजिश रची, उनकी पहचान की जा रही है। पुलिस इस बात की पुष्टि करने में जुटी है कि इस योजना में और कौन-कौन शामिल था।

पप्पू यादव की प्रतिक्रिया

सांसद पप्पू यादव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मांग की है कि इस साजिश के पीछे के असली दोषियों को बेनकाब किया जाए।

राजनीति और सुरक्षा का नया आयाम

यह मामला न केवल सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि राजनीतिक लाभ उठाने के लिए किस हद तक साजिशें रची जाती हैं। सांसद के समर्थकों द्वारा रची गई इस साजिश ने सुरक्षा और राजनीति के पेचीदा संबंधों को उजागर किया है। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच में और क्या नए खुलासे होते हैं और दोषियों को कब तक न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाता है।

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