बिहार के मुजफ्फरपुर जिले अंतर्गत कुढनी प्रखण्ड स्थित “राज कॉम्पलेक्स सभागार” केरमा में युवा राजद नेता शंकर कुशवाहा के द्वारा संविधान निर्माता,भारत रत्न “बाबासाहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर” की 68 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र अभिवादन और सहृदयपू्र्वक श्रध्दांजलि दी गयीं।
श्री शंकर कुशवाहा ने कहा कि
भारतीय संविधान के शिल्पकार, उच्च कोटि के अर्थशास्त्री, महान भाषाविद्, भारत रत्न, समाज शास्री, दार्शनिक, मॉडर्न इण्डिया के पितामह, समस्त नारियों के उत्थानकर्ता, दलितों/शोषितों/पिछड़ों के मुक्तिदाता, नॉलेज ऑफ सिंबल, महान साइंटिस्ट, दूरदर्शी, उच्च कोटि के चरित्ररवान, रिजर्व बैंक के संस्थापक, भारत में डैम पद्धति के जनक, विश्व के सर्वाधिक शिक्षित व्यक्ति, लेखक , भारत में पुनः बौध्द धर्म को जीवंत करने वाले युग पुरुष बाबा साहेब अम्बेडकर आपको बारम्बार नमन्।
आज बाबा साहेब का सम्पूर्ण देश ऋणी है,
आपने सम्पूर्ण जीवन दबे-कुचले, और नारियों के उत्थान के लिये समर्पित कर दिया।
आपने जो देश एवं समाज को दिया आज हम लोग उसे संभालने में भी नाकाम साबित हो रहे हैं, क्योंकि हम में से बहुत आज भी मानसिक गुलामी में डूबे हैं।
आज आपकी अनुकम्पा से समस्त देश चहुंमुखी विकास कर पाया है, आपने उपभोग की वस्तु समझी जाने वाली अबला नारी को आत्मबल दिया उन्हें संविधान में पुरुषों के समान अधिकार देकर सम्मान से जिंदगी जीने का अधिकार दिया, आज महिलायें चपरासी से लेकर सांसद, पायलट, राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री तक बन गयीं यह सब बाबा साहेब की बदौलत संभव हो सका है।
आपके संसार को छोडना समाज और देश के लिये इतनी बड़ी क्षति है, जो अकल्पनीय है, जिसकी पूर्ति संभव नहीं लगती है।
रिपोर्ट -बिहार संवाददाता ( जीकेपी राजू)।