गलारपुर राशन की दुकान में संदिग्ध रूप से कालाबाजारी का मामला
अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करने पर मौके पर मिले सिर्फ गेहूं के 55 पैकेट, चावल गायब
न्यूजलाइन नेटवर्क, जिला ब्यूरो फर्रूखाबाद :
शासन द्वारा कोटेदारों पर लगातार लगाम कसी जा रही है, लेकिन कोटेदार लगातार राशन की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे है।शासन के द्वारा ई पॉश मशीन कोटेदार को मुहैया कराई गई है। कोटेदारों के द्वारा कोई भी घटतौली ना की जा सके, लेकिन कोटेदार कोई ना कोई घटतौली का जुगाड़ ढूंढ ही लेते हैं। ऐसा ही एक मामला तहसील क्षेत्र अमृतपुर के ग्राम गलारपुर का है जहां पर कुछ दिन पूर्व कोटेदार के द्वारा थाना अमृतपुर में शिकायती पत्र देकर कहा गया था कि हमारे यहां 39 पैकेट राशन चोरी हो गए हैं। वही जब 9/10/2024 को अधिकारियों के द्वारा राशन दुकान की जांच की थी, कोटेदार की दुकान पर न मिलने के कारण दुकान को सील किया गया था। वही जब 11.10.2024 को अधिकारियों के द्वारा जांच की गई तो जांच के दौरान दुकान को खुलवाया गया ,दुकान के अंदर केवल 60.250 ग्राम चीनी ही मिली। और कोई भी राशन में कोई गेहूं या चावल नहीं मिला। वही जब जांचकर्ता अधिकारियों के द्वारा कोटेदार समरपाल से राशन की जानकारी की तो कोटेदार के द्वारा बताया गया है कि गांव के बाहर सड़क पर उनके गांव के एक लोग की दुकानें बनी हुई है उनमें राशन रखा हुआ है। अधिकारियों के द्वारा जब मौके पर जाकर देखा गया तो वहां पर 55 पैकेट गेहूं का स्टॉक लगा हुआ था। जब अधिकारियों ने कोटेदार एवं दुकान मालिक से जानकारी प्राप्त की तो उन्होंने बताया कि राशन को उचित दर दुकान पर क्यों नहीं भिजवाया गया। तो दुकान मालिक द्वारा बताया गया कि गांव की गलियों में पानी भरा हुआ था इसीलिए ट्रैक्टर के द्वारा आया हुआ राशन यहीं पर उतार दिया गया। फिर अधिकारियों ने पूछा कि राशन यहां पर कितने दिन पहले उतरा गया। तो दुकान मालिक के द्वारा बताया गया कि राशन को लगभग 4- 5 दिन पहले ट्रैक्टर से नीचे उतरवाकर मेरी दुकान में रखवा दिया गया। दुकान में कोई भी शटर या दरवाजा नहीं था। जब अधिकारियों द्वारा राशन की पैकेटों की गिनती की गई। तो वहां पर गेहूं के 55 पैकेट प्राप्त हुए और कोई भी चावल का पैकेट नहीं मिला। जब जांच कर्ता अधिकारी अनिल कुमार यादव से जानकारी लेनी चाही तो अनिल कुमार यादव के द्वारा बात को गोल-गोल घुमा दिया। कोई भी समुचित जवाब नहीं दे सके। हमारे प्रतिनिधि के द्वारा पूछा गया कि नया स्टॉक कब और कितना उठाया गया था। इसका जवाब देने में कतरा गए और जवाब नहीं दे पाए। जब चोरी की जानकारी प्राप्त करनी चाही तो बताया गया चोरी की घटना झूठ है। बताया गया है कि पुलिस के द्वारा कहा गया है कि कोई भी चोरी की घटना घटित नहीं हुई है। फिर से पूछा गया कि राशन का स्टॉक कितना होना चाहिए,क्या कोटेदार पर कोई कार्रवाई होगी तो अनिल कुमार यादव के द्वारा बताया गया कि यह मामला संदिग्ध रूप से कालाबाजारी का प्रतीत होता है, इसकी जानकारी हम ठेकेदार से लेंगे फिर कोई कोटेदार पर कार्रवाई होगी, तब तक के लिए पड़ोसी गांव राजपुर के कोटेदार रमाकांत त्रिवेदी कोटेदार हुसैनपुर राजपुर को सुपुर्द कर दिया गया है। और जो 55 पैकेट गेहूं के मिले थे वह भी रमाकांत त्रिवेदी को दे दिए गए। वहीं जांच करने के लिए अनिल कुमार यादव ,पूर्ति निरीक्षक अमृतपुर अमित चौधरी पूर्ति निरीक्षक फतेहगढ़ नेहा गुप्ता और वरिष्ठ सहायक राजीव कुमार, आकाश यादव मैके पर मौजूद रहे
वही आपको बताते चले कि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गलारपुर में जो 55 पैकेट गेहूं के मिले हैं वह मुजहा गांव के कोटेदार ने अपने स्टाक से समरपाल शर्मा को दिए हैं। लेकिन इस बात की न्यूज़लाइन नेटवर्क पुष्टि नहीं करता।