सिंगरौली: जांच में पुलिस को कमरे में मिले खून के धब्बे।

बड़ोखर हत्याखण्ड के अंधी हत्या की गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस, रीवा से एफएलएल टीम, साइबर एक्सपर्ट जुटी।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। सेफ्टी टैंक से चार शव मिलने के मामले में पुलिस ने कई संदिग्धों सहित परिवार से जुड़े दंपत्ति से थाने में पूछतांछ कर रही है। पुलिस को सुरेश के कमरे से खून के धब्बे भी मिले हैं। कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। वही पुलिस मृतक सुरेश प्रजापति के करीबी रिश्तेदार से राउंडअप कर अकेले में पूछतांछ में लगी है। घटना के बाद देर रात रीवा डीआईजी साकेत पाण्डेय ने घटनास्थल का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए।

गौरतलब है कि बीते दिन शनिवार को बरगवां थाना इलाके के बड़ोखर गांव में एक मकान के पीछे बने सेफ्टी टैंक में एक के ऊपर एक चार लोगों के शव मिले थे। इनमें से एक सुरेश मकान मालिक हरिप्रसाद प्रजापति का बेटा था। बाकी तीन लोगों की पहचान करण साहू, राकेश सिंह और जोगेंदर महतो के रूप में हुई है। चारों युवक एक-दूसरे के दोस्त हैं। देर रात रीवा डीआईजी साकेत पाण्डेय ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सुरेश के कमरे से आपत्तिजनक सामग्री मिलना अनैतिक संबंध से जुड़े होने की तरफ इशारा करता है। जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा हो सकता है। इधर पर पुलिस को विवेचना के दौरान मृतक सुरेश प्रजापति के मामले में जानकारी मिली है कि वह विंध्यनगर थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर था। वर्ष 2018 में उसकी हिस्ट्री खोली गई थी। उसपर अवैध हथियार रखने समेत मारपीट व चोरी के आठ मामले पंजीबद्ध हैं। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि सुरेश प्रजापति, करण साहू व उसका साला जोगेंद्र उर्फ पप्पू साहू एवं राकेश कुमार सिंह 31दिसम्बर से 03 जनवरी तक नये साल पर जश्न मनाकर पार्टी करने वाले थे।

इनकी हत्या क्यों की गई? पुलिस इसी बात की पतासाजी कर रही है। वही घटनास्थल पर मृतको के कब्जे से आपत्तिजनक सामग्रियां मिलने पर कई तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। मामला महिलाओं से भी जोड़ा जा रहा है और पुलिस टीम इसी तत्यों के आधार पर जांच कर रही है। हालांकि चारों मृतको की पृष्टीभूमि बहुत अच्छी नही है। आर्थिक स्थिति भी सामान्य है। मृतक राकेश का 02 जनवरी तक फोन चालू था और उसकी शादी करीब ढाई साल पहले हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। मॉ मजदूरी करती है। वही मृतक करण जयंत इलाके का है। उसके दो बच्चे हैं। वर्ष 2013 में शादी हुई थी। अधिकांश वह घर से बाहर रहता था। जोगेन्द्र सिंह की शादीशुदा था। वह ज्यादातर झारखण्ड रहता था। 01 जनवरी को घर से बरगवां जाने निकला था।सुरेश प्रजापति अवारा गर्दी की तरह था। उसके दो बेटे हैं।

चार शवों पर चोट के निशान, पुलिस जांच में जुटी:- रीवा से फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट डॉ. महेंद्र सिंह भी देर रात सिंगरौली पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल और शवों का बारीकी से परीक्षण किया। डॉक्टर सिंह ने कहा कि सभी शवों पर चोट के निशान हैं। नुकीली चीज से सिर और चेहरे पर वार किए गए हैं। शवों पर संघर्ष के निशान ज्यादा नहीं हैं। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि युवक या तो नशे की हालत में सो रहे थे या बेहोशी की हालत में थे। ऐसी स्थिति में 01 से 02 लोग ही इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए काफी है।

ट्रामा सेंटर पहुंचे सांसद व द्वय विधायक:- बरगवां के बड़ोखर में हुई चार लोगों की हत्या की खबर जब सांसद डॉ. राजेश मिश्रा को लगी दिन रविवार को पोस्टमार्टम घर ट्रामा सेंटर सांसद और सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह एवं देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम पहुंचे। जहां परिजनों से मुलाकात की और ढाढ़स बंधाते हुए कहां की किसी भी आरोपी को बक्सा नही जाएगा और निष्पक्ष जांच होगी। पुलिस ईमानदारी से अपना काम कर रही है।

बिलखते रहे परिजन, लोगों ने बंधाया ढाढ़स:- एक साथ चार लोगों की निर्मम हत्या से सिंगरौली दहल गया है। पूरे मामले की निगरानी डीआईजी साकेत पाण्डेय रख रहे हैं। इस घटना की खबर जब परिजनों को लगी मौके पर पहुंचे। वही जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। जहां मृतको की पत्नियां बेसूध होकर बिलखती रही। बताया जाता है कि चारों मृतक शादीशुदा थे और करण साहू व जोगेंद्र उर्फ पप्पू महतो साले जीजा थे।

डीआईजी, जोन रीवा का कहना है कि:- जांच पड़ताल के दौरान नुकीले हथियार से वार कर चारों की हत्या की गई होगी। मृतको के शरीर पर चोट के निशान पाये गये हैं। उनके क मरे से खून के छीटें भी मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर भी मौत का सही पता चल पाएगा। साथ ही आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद हुई हैं। इसके खुलासा के लिए एएसपी के नेतृत्व मे एसआईटी टीम गठित की गई है।

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