न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। चितरंगी विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैरदह में लाखों रूपये की लागत से एक्स-रे मशीन का क्रय किया गया है। लेकिन एक्स-रे रेडियों ग्राफर के अभाव में करीब पॉच साल से एक्स-रे मशीन धूल खा करी है। आरोप है कि सीएमएचओ की उदासीनता व लापरवाही का खामियाजा बैरदह क्षेत्र के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल सामुदायकि स्वास्थ्य केन्द्र बैरदह में लाखों रूपये की लगात से आधुनिक मशीन का क्रय किया गया था।सीएससी बैरदह में एक्स-रे मशीन के आने से अंचल के लोगों को भारी खुशी हुई थी। लेकिन आरोप है कि जिला स्वास्थ्य अमले की लापरवाही से एक्स-रे रेडियो ग्राफर की पद की पूर्ति नही हो पाई और न ही वैकल्पिक रास्ता निकाला गया।लिहाजा इस क्षेत्र के ग्रामीणों को पूर्व की भांति अभी एक्स-रे कराने चितरंगी सीएससी का चक्कर लगाना पड़ता है।
यहां के कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सीएमएचओ की उदासीनता की बदौलत कलेक्टर दर पर भी एक्स-रे रेडियो ग्राफर नही रखा जा सका। जबकि पिछले दिनों सीबीएमओ चितरंगी ने सीएमएचओ के यहां पत्राचार कर मार्गदर्शन मांगा था। इसके बावजूद सीएमएचओ ने अपना कोई सुझाव देने उचित नही समझा। एक्स-रे कराने के लिए 25 किलोमीटर तय करनी पड़ती है दूरी
दरअसल चितरंगी से बैरदह की दूरी करीब 25 किमी है। सीएससी बैरदह में एक्स-रे संबंधी मरीजों को चितरंगी सीएससी के लिए रिफर करना पड़ता है। जबकि जिले में टीबी मुक्त भारत एवं शव दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के तहत नि:शुल्क टीबी स्क्रिनिंग आयोजित किये जा रहे थे। इसके बावजूद सीएमएचओ ने बैरदह में अस्थाई एक्स-रे रेडियो ग्राफर रखना उचित नही समझा।