गणतंत्र दिवस पर अश्लील शायरी मामले की जांच में पुष्टि के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं कराना लापरवाही या राजनीतिक दबाव

न्यूज़लाइन नेटवर्क, मुंगेली ब्यूरो
मुंगेली :
ज्ञात हो कि 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय महापर्व पर जिले के लोरमी ब्लाक के प्रसिद्ध शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राम्हेपुर एन, में व्याख्याता शिक्षक स्वारथलाल जायसवाल द्वारा सार्वजनिक मंच पर संचालन के समय द्विअर्थी पंक्तियों से परिपूर्ण अश्लील शायरी का पठन किया गया व‌ विडियो वायरल किया गया था,जिस पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेते हुए तत्काल मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे ने जांच हेतू 5 सदस्यीय टीम गठित किया।
परंतु मामला गणतंत्र दिवस समारोह से संबंधित होने के कारण प्राथमिकता देते हुए टीम के साथ स्वयं भी तत्काल मौके पर पहुंचे व टीम के सहयोग से जानकारियां जुटाई गई।
साथ ही शिक्षकों व छात्रों का बयान भी लिया गया।
पुर्व में संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग संभाग बिलासपुर ने कहा था कि चूंकि शिक्षक व्याख्याता है-तो निर्णय डीपीआई से ही लिया जाएगा जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे ने जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर राहुल देव का अनुमोदन लेते हुए संचालक, शिक्षा विभाग संचालनालय, रायपुर को आगे की कार्रवाई के लिए व्याख्याता शिक्षक को निलंबन करने कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा था।
जिस पर लोक शिक्षण संचालनालय के अपर संचालक ने निर्णय लेते हुए शिक्षक को निलंबन करते हुए कार्यालयीन पदस्थता के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय निहित किया है।

सूत्रों की मानें तो कलेक्टर ने मौखिक रूप से डीईओ को उक्त कृत्य को लेकर संबंधितों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने कहा गया था लेकिन आज दिनांक तक जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं कराया जा सका है। जिसे लेकर लोगों में तरह तरह की बातें होती रहती है कि जिला शिक्षा अधिकारी संबंधित से मिला हुआ है इसलिए एफआईआर दर्ज नहीं करा रहा है या फिर शिक्षक से डरा हुआ है,या फिर शिक्षक का समाजिक संगठनों में भी दबदबा होने के चलते कोई राजनीतिक दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा रही है।

बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी जांच प्रतिवेदन को जांच वाले दिन (30 जनवरी 2026) ही देर रात संबंधित व अन्य को भेज कर वायरल किया गया था जिससे बयान देने वाले बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी,जो कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा घोर लापरवाही बरती जाने व शिक्षक से मिले होने के संदेह को मजबूत करती है। जिले में नए कलेक्टर आने के बाद अब क्या उक्त शिक्षक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी यह सवाल लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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