जिले के चितरंगी जनपद अंतर्गत दो साल पूर्व हुए जेसीबी मशीन से तालाब कार्य का आज भरा जा रहा मस्टर रोल, भ्रष्टाचार की खुली पोल।

न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी

चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली जिले के चितरंगी जनपद अंतर्गत दो साल पूर्व हुए जेसीबी मशीन से तालाब कार्य का आज भरा जा रहा मस्टर रोल, भ्रष्टाचार की खुली पोल, बता दें कि चितरंगी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत गिर में भ्रष्टाचार की एक बड़ी तस्वीर सामने आई है। ग्राम के रामबली बैगा के घर के पास दो वर्ष पूर्व जेसीबी मशीन द्वारा बनवाए गए तालाब के कार्य का मस्टर रोल अब भरकर लेबरों के नाम पर मजदूरी निकाली जा रही है, इस बात की पुष्टि तब हुई जब स्थल पर से रोजगार सहायक गिर से जब पत्रकार साथी बात किए और तालाब के बारे में जानकारी मांगी तो पहले बातों से भटकाने की कोशिश की गई फिर रोजगार सहायक द्वारा बताया गया कि लग रहा है मस्टर और तालाब बने तीन साल लगभग हो रहे हैं, जबकि स्थानीय ग्रामीणों का साफ कहना है कि इस कार्य में किसी भी मजदूर से काम नहीं कराया गया था। पूरा कार्य मशीन से पूर्ण किया गया था।
अब दो वर्ष बाद उक्त कार्य का मस्टर रोल तैयार कर भुगतान किया जा रहा है, जो पूरी तरह से नियमों के खिलाफ और फर्जीवाड़ा प्रतीत होता है। मनरेगा सहित ग्रामीण विकास योजनाओं में स्पष्ट प्रावधान है कि प्रत्येक कार्य का मस्टर रोल उसी अवधि में भरना होता है जिस दौरान कार्य कराया जा रहा है, साथ ही कार्य के फोटो भी उसी समय जियो टैगिंग सहित अपलोड करना अनिवार्य है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर दो साल पुराने कार्य का आज मस्टर भरा जा रहा है, तो उस कार्य की फोटोग्राफी क्यों नहीं की गई? और यदि की भी गई, तो उसे सिस्टम पर अपलोड क्यों नहीं किया गया?
इस मामले में केवल ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ही नहीं बल्कि जनपद स्तर के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। अगर जिम्मेदार अधिकारी अपना कार्य समय पर करते और निगरानी करते, तो दो साल पुराने जेसीबी कार्य का मस्टर रोल आज नहीं भरा जा रहा होता। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। साथ ही इस बात पर भी सवाल खड़े किए हैं कि ऐसे भ्रष्टाचार की खुली छूट आखिर क्यों और कैसे दी जा रही है? क्या यह उच्च अधिकारियों की मिलीभगत का नतीजा है? अगर ऐसा नहीं है तो जांच कर जिम्मेदार के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस भ्रष्टाचार पर क्या कदम उठाता है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दब कर रह जाएगा।

Leave a Reply

error: Content is protected !!