न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट – अरविन्द प्रकाश मालवीय

सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। दुद्धी आसमान से इन दिनों आग के बरसाते पराबैंगनी किरणे ओजोन की परतों को भेदती हुई सीधे पृथ्वी पर जीव – जंतुओं, पशु – पक्षियों के लिए आफत का मानों सबब बनकर तहस-नहस करने पर आमादा है।ज्येष्ठ माह अंतिम सप्ताह में अचानक एक हफ्ते में पुरे माह की अचानक तपिश से पृथ्वी पर त्राहिमाम सा मोहौल हो गया हैं। मई माह में समय पूर्व कई दिनों तक वर्षा ने मानों मानसून के वेग को रोक सा दिया हैं। 43 डिग्री तापमान से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है अस्पतालो में मरीजों की बाढ़ सी आ गई है स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर अस्पतालों में कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं हैं सब अपनी पीठ थपथपाने पर आमादा है। आम आदमी सोचता और जानता हैं।
“कौन सुनेगा किसको सुनाएं इसलिए चुप रहते हैं।” अब आषाढ़ माह में कब वर्षा होगी यह तों आने वाला समय बताएगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बंगाल की खाड़ी से वर्षा के बादल के दिखते आसार अनुसार केरल में जल्द ही मानसून आने की संभावना व्यक्त की गई हैं।