
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण), मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व पर्यटन अधिकारी को स्पष्टीकरण जारी करने के दिये निर्देश।
न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट – अरविन्द प्रकाश मालवीय
सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में नवीन व्यवस्था अन्तर्गत सी0एम0 डैशबोर्ड के माध्यम से विकास कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जिन विभागों को शासन द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह उसका शत-प्रतिशत निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में स्थापित गौशालाओं की समीक्षा करते हुए पाया कि निरीक्षण के दौरान पशुओं के लिए नेपियर घास लगाने के निर्देश दिये गये थे, बावजूद इसके अभी तक नेपियर घास नहीं लगाया गया है, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी करने के निर्र्देश दियें। इसी प्रकार से जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के कई स्थानों पर पेजयल की सुविधा उपलब्ध न कराये जाने व पेयजल के लिए जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजना के कार्य में लापरवाही व शिथिलता बरतने पर अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दियें। समीक्षा बैठक पर्यटन विकास की समीक्षा के दौरान जिला पर्यटन अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश सम्बन्धित को दियें। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि आये दिन ट्रांसफार्मर खराब हो जाता है, जो निर्धारित समय पर ट्रांसफार्मर नहीं बदला जाता है, जिस जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता विद्युत को फटकार लागते हुए, खराब ट्रांसफार्मर को बदलने व मरम्मत कराते हुए निर्धारित समय के अन्दर दूसरा ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि फैमिली आई0डी0 बनाने के कार्य में तेजी लाते हुए कार्य को पूर्ण कराया जाये, इस कार्य में लगे सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय के साथ मिलकर फैमिली आई0डी0 के कार्य को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पूरा कर लें। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर पालिका व नगर पंचायतों मेें स्थापित गौशालाओं में उपलब्ध गायों को गरीब व्यक्तियों को दान के रूप में उपलब्ध कराया जाये, जिससे गरीब व्यक्ति को दूध मिलने के साथ ही उनके लिए आत्मनिर्भरता के लिए एक साधन उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि जनपद के श्रमिकों के लिए प्रत्येक ब्लाक स्तर पर अलग-अलग तिथियों में श्रमिकों के पंजीयन कराने के लिए कैम्प/शिविर का आयोजन किया जाये, आयोजित कैम्प के दौरान केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित श्रम विभाग की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया और पात्र श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिए प्रेरित किया जायें, जिससे केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से जनपद के पात्र श्रमिकों को लाभान्वित किया जाये। उन्होंने समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि पेंशन के लिए आधार सिडिंग के कार्य में तेजी लाया जाये, जिससे पात्र पेंशनधारकों को आसानी से पेंशन का लाभ प्राप्त हो सकें। इसी प्रकार से शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों का दाखिला कराया जाये व बच्चों के अभिभावकों से मिलकर बच्चों को स्कूल भेजने व विद्यालयोेें में सरकार द्वारा मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी भी दी जायेें। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में ऐसे विद्यालय जो जर्जर/गिरिशु अवस्था में हैं, उनका निरीक्षण हर हाल में करना सुनिश्चित कर लें, ताकि भवन की स्थिति का पता चल सकें, जो भवन काफी जर्जर स्थिति में हैं उनके ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करते हुए उसे गिराकर दिया जाये, जिससे किसी जर्जर भवन के गिरने से किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटने पायें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि अगर जर्जर भवन गिरने से किसी प्रकार की घटना होती है, तो सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, जिसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा।
समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विजयगढ़ किला पर सावन मास में काफी संख्या में शिवभक्तगण जलाभिषेक के लिए जल लेने के लिए जाते हैं, जहां रात में रूकते भी हैं, ऐसी स्थिति में प्रकाश की कोई व्यवस्था न होने पर कावड़ियों को काफी परेशानी होती हैं। इसी के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने सावन मास में कावड़ यात्रा की तैयारी को लेकर विजयगढ़ किला में प्रकाश व्यवस्था, सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगाने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी व सम्बन्धित विभाग को दियें। उन्होंने कहा कि विजयगढ़ किला में प्रकाश व्यवस्था व सी0सी0 टी0वी0 लगाने से कावड़ियों को काफी सहूलियत होगी। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाशन विभाग की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि बाजारों में बिकने वाली खाद्य सामग्री का निरीक्षण किया जाये और मिलावट जैसी सामग्री का सैम्पलिंग कराया जाये और मिलावट पाये जाने पर सम्बन्धित दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि सम्बन्धित क्षेत्र के खाद्य सुरक्षा अधिकारी बाजारों में ठेेले पर फल बिक्रेता को सचेत करते करें कि सड़े, गले व कटे फल की बिक्री कदापित न करें, सड़े, गले व कटे फल खाने से बीमारी होती है, इसके लिए अभियान चलाकर लोगों में जागरूक फैलाया जाये। सड़े, गले व कटे फल ठेले पर पाये जाने पर फल बिक्र्रेता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों में साफ-सफाई के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाये, विद्यालय परिसर में पौध रोपण के लिए स्थान चयन करते हुए गढ्ढे की खुदायी आदि का कार्य पूरा करा लिया जायें। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि लाभार्थीपरक योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाये, निर्माण कार्य को निर्धारित समय में पूरा किया जाये, निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गुणवत्ता के साथ अधूरे कार्यों को पूर्ण किया जाये, अन्यथा की स्थिति में जिस स्तर से कमी पायी जायेगी उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए उच्च स्तर पर पत्राचार भी किया जायेगा, जिसकी जिम्मेदारी सम्बन्धित की होगी।
जिलाधिकारी ने आई0जी0आर0एस0 की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किये कि आई0जी0आर0एस0 के प्रकरणों का निस्तारण ससमय व गुणवत्ता पूर्ण तरीके से किया, शिकायतों के निस्तारण में शिकायतकर्ता का फीडबैक दर्ज किया जाये। शिकायतों का निस्तारण समय सीमा के अन्दर करना सुनिश्चित किया जाये, इस कार्य में लापरवाही व शिथिलता न बरती जायें। अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) रमेशा चन्द्र, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, अपर अर्थ सवं संख्याधिकारी, डी0सी0 मनरेगा श्री रवीन्द्र वीर सिंह, अधिशासी अभियन्ता विद्युत सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।