नारी सशक्तिकरण और जनजातीय गौरव दिवस के आमंत्रण पत्र में मेरा नाम नहीं छपवाना नारी व जनजातीय समाज का अपमान —– जिपं अध्यक्ष सोनम सिंह।

कहा जिला प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों की शाजिस, यह अपमान छोटा नहीं, इसे जनजन तक लें जाऊगी।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट- अरविन्द प्रकाश मालवीय

सिंगरौली/ उत्तर प्रदेश। जिला पंचायत सिंगरौली की अध्यक्ष सोनम सिंह ने जिले के सरई में 04 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित नारी सशक्तिकरण और जनजातीय गौरव दिवस के आमंत्रण पत्र में उनका नाम नहीं छापने को जिला प्रशासन और सत्ता के लोगों की साजिश करार दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह ने दिनांक 05 जुलाई की शाय एक होटल में प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मिडिया के पत्रकारों से कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आमंत्रण कार्ड में मेरा नाम नहीं मुद्रित कराना जिले की पूरी जनता, नारी व जनजातीय समाज की उपेक्षा है, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लोग व जनजातीय समाज के लोग गए होगे, जबकि मैं लोकतान्त्रिक माध्यम से निर्वाचित होकर आयी हूँ।
जिपं सुश्री सोनम ने कहा कि मैं मुख्य्मंत्री से सवाल करना चाहती हूँ कि आप प्रदेश की आम जनता के मुख्यमंत्री है या किसी विशेष राजनीतिक दल के है। नारी सशक्तिकरण और जनजातीय गौरव दिवस के सम्मलेन में एक जनप्रतिनिधि, नारी व जनजातीय का अपमान क्यों किया गयाl उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे को मैं जिले की जनता की अदालत में लें जाऊगी साथ ही अपने पार्टी संगठन में भी उठाउंगीl जिससे आने वाले समय में किसी नारी का अपमान व उपेक्षा नहीं हो। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह, अशोक सिंह पैगाम ने भी इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि जिला प्रशासन को राजनीति से ऊपर काम करना चाहिए जिससे आम लोगों में जिला प्रशासन के प्रति लोकतान्त्रिक विश्वास कायम रखा जा सकें।
पैगाम ने कहा कि सत्ता में बैठे भाजपा के लोग आदिवासियों का वोट की राजनीती के लिए दिखावा करते है। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य राय सिंह मरावी, सविता प्रजापति, जनपद सदस्य केशव सिंह, कांग्रेस नेता लवलेश सिंह, राघवेंद्र श्रीवास्तव मनखु, संगीता सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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