महिला पहलवान विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने के बाद, भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बृजभूषण शरण सिंह ने इसे कांग्रेस की एक साजिश बताया। उन्होंने दावा किया कि यह बात अब साफ हो गई है कि उनके खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा किए गए आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ था। सिंह ने यह आरोप उस समय भी लगाया था जब उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे, और अब विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने से उनका यह दावा सही साबित हुआ है।
बृजभूषण शरण सिंह का बयान
गोंडा के डुमरियाडीह स्थित एक निजी विद्यालय में आयोजित स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को अपने संबोधन के दौरान इस मुद्दे पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “जब महिला पहलवानों ने मेरे खिलाफ आरोप लगाए थे, तब ही मैंने स्पष्ट कर दिया था कि यह कांग्रेस की साजिश है। हरियाणा के दो बड़े नेता, दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे।” सिंह का यह बयान इस ओर इशारा करता है कि हरियाणा के इन नेताओं ने महिला पहलवानों के आंदोलन को राजनीतिक रंग दिया था।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने जो बात पहले दिन कही थी, आज भी उसी पर कायम हूं, और अब यह पूरा देश भी देख रहा है। मुझे अब इस पर ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है।” बृजभूषण ने यह भी कहा कि वह इस मामले पर ज्यादा नहीं बोलेंगे क्योंकि अगर वह ऐसा करेंगे तो यह बात तुरंत हरियाणा तक पहुंच जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि देश इंतजार कर रहा है कि वह इस मुद्दे पर क्या बोलते हैं, लेकिन वह अभी संयम बनाए हुए हैं।
विनेश फोगाट का कांग्रेस में शामिल होना
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले विनेश फोगाट ने भारतीय रेलवे में अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और शुक्रवार को आधिकारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं। उनके साथ, बजरंग पूनिया, जो पूर्व ओलंपियन और कुश्ती में देश का बड़ा नाम हैं, ने भी कांग्रेस का दामन थामा।
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ राहुल गांधी की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे कांग्रेस में अपने औपचारिक प्रवेश की घोषणा कर रहे थे। इस अवसर पर कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में विनेश फोगाट ने कहा, “बुरे समय में पता चलता है कि कौन अपना है। जब हमें सड़कों पर घसीटा जा रहा था, तब भाजपा को छोड़कर बाकी सभी विपक्षी दल हमारे साथ खड़े थे।” उनका यह बयान भाजपा पर सीधा आरोप था कि सरकार ने उनके मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया।
1996 में भी मेरे खिलाफ षड्यंत्र हुआ था: बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद से वे लगातार सुर्खियों में रहे हैं। लेकिन इस बार, अपने बयान में उन्होंने 1996 की घटना का भी जिक्र किया, जब उनके खिलाफ एक बड़ा षड्यंत्र रचा गया था। उन्होंने कहा, “1996 में भी मेरे खिलाफ षड्यंत्र हुआ था। उस समय मेरी पत्नी केतकी सिंह सांसद बनी थीं, और मुझे एक साजिश के तहत तिहाड़ जेल में डाल दिया गया था।”
सिंह ने बताया कि 1996 में उनकी गिरफ्तारी टाडा कानून के तहत मुंबई में एक आपराधिक मामले के सिलसिले में हुई थी, और उस समय वह तिहाड़ जेल में बंद थे। उस समय भाजपा ने लोकसभा चुनाव में गोंडा से उनकी पत्नी केतकी सिंह को उम्मीदवार बनाया था, जो चुनाव जीतकर सांसद बनीं। इसी तरह, 2023 में भी उनके खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया, और इस बार उनके स्थान पर उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया गया। सिंह ने यह भी कहा, “जब 1996 में मेरी पत्नी सांसद बनीं, तब भी यह एक साजिश का हिस्सा था।”
बेटे को टिकट मिलने की बात
वर्ष 2023 के लोकसभा चुनावों के दौरान, महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण के आरोपों के बाद भाजपा ने बृजभूषण शरण सिंह को कैसरगंज से टिकट नहीं दिया। पार्टी ने उनके स्थान पर उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया। इस पर भी बृजभूषण ने यही कहा कि यह उनके खिलाफ रची गई एक और साजिश का हिस्सा था।
हालांकि, इस बार पार्टी की रणनीति में बदलाव का कारण यह था कि उनके खिलाफ लगे आरोपों के कारण भाजपा को चुनाव में संभावित नुकसान का सामना करना पड़ सकता था। इसलिए, पार्टी ने उनके बेटे को उम्मीदवार बनाकर इस मुद्दे को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने की कोशिश की।
सेल्फी विवाद और सिंह का भावुक संबोधन
अपने संबोधन के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने एक मजाकिया टिप्पणी भी की। उन्होंने कहा, “इस घटना से पहले कोई मेरे साथ सेल्फी नहीं खींचता था। लेकिन अब, हीरो भी मेरे साथ सेल्फी लेते हैं, हीरोइन भी सेल्फी लेती हैं, और साधु-संत भी मेरे साथ सेल्फी खिंचवा रहे हैं।” सिंह ने यह दावा किया कि यौन शोषण के आरोपों के बावजूद, उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है, बल्कि अब लोग उनके साथ सेल्फी लेने के लिए उत्साहित हैं।
संबोधन के दौरान बृजभूषण शरण सिंह कई बार भावुक हो गए। उन्होंने अपनी भावनाओं को प्रकट करते हुए कहा कि जिस प्रकार से उन्हें निशाना बनाया गया, वह उनके लिए व्यक्तिगत रूप से काफी कष्टदायक था। इसके बावजूद उन्होंने संयम बनाए रखा और अपने ऊपर लगे आरोपों का कानूनी तरीके से सामना किया।
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने बयान में कांग्रेस और हरियाणा के कुछ प्रमुख नेताओं पर निशाना साधते हुए महिला पहलवानों के आंदोलन को कांग्रेस प्रायोजित बताया। वहीं, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने से यह मामला और भी राजनीतिक रंग में रंगा गया है। सिंह का कहना है कि उनके खिलाफ पहले भी षड्यंत्र हुए हैं और यह हालिया प्रकरण भी उसी श्रृंखला का हिस्सा है।