न्यूजलाइन नेटवर्क , सुकमा ब्यूरो
रिपोर्टर: सुन्नम सीताराम
सुकमा : जिले के ग्रामीण डाक सेवकों ने सुकमा जिले के उप संभागीय डाक निरीक्षक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. ग्रामीण डाक सेवकों ने उनके ऊपर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, उनके द्वारा महिला डाक सेवकों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। डाकपाल के सही जानकारी देने के पश्चात निजी मकनों में जाकर सरकारी दफ्तरों का सहारा लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों को रिश्वत एवं दुर्व्यवहार किया जाता है। परंतु ग्रामीण डाक सेवकों की ड्यूटी 3 से 4 घंटे की होती है, अधिकारियों का हवाला देकर 7 से 8 बजे रात्रि के समय में निरीक्षण किया जाता है।
महिला एवं पुरष कर्मचारियों पर अभद्र टिप्पणी “पैसे की करते हैं मांग” ग्रामीण डाक सेवकों ने बताया कि, उप संभागीय निरीक्षक (Sub inspector) विनोद कुमार ध्रुव सहित( MO ) सुरेश माधुरी के द्वारा उनसे आर्थिक अवधारणा की जाती है। जब भी वह निरीक्षण में जाते हैं। 10000 से 15000 रुपए की मांग की जाती है। कर्तव्यनिष्ठता, कर्मठता,सजगता एवं कार्यालयीन समय पर ईमानदारी के साथ काम करने पर भी किसी तरह नुक्स निकालकर डाक कार्मिकों से रुपयों की मांग करते हैं। जिससे हम सब काफी परेशान हो चुके हैं। खुद भी प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। ऐसे अधिकारी के नेतृत्व में हम काम कर पाने में अक्षम हैं। ‘देर होने पर करते हैं बेइज्जती’
ग्रामीण डाक सेवकों ने मांग किया है कि जल्द से जल्द उन्हें उनके पद से हटाया जाए. या फिर यहां से स्थानांतरित किया जाए. वरना हम सब ग्रामीण डाक सेवक आने वाले दिनों में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य हो जाएंगे. कर्मचारियों का कहना है कि उप संभागीय डाक निरीक्षक ऑफिस आने में देर होने पर बेइज्जती करते हैं। डाक कर्मियों ने ये भी कहा की अपनी नौकरी को संरक्षण में रखते हुए वीडियो एवं फोटो में कैद होना नही चा रहे हैं इसलिए नाम एवं फोटो इंगित नही किया गया है।