कैलाश गिरी गोस्वामी, नागौर
नागौर : केंद्रीय विद्यालय नागौर के प्राचार्य मुल्तानराम गुजर के निर्देशन एवं कला शिक्षिका दीपिका तिवारी का मार्गदर्शन पाकर विद्यालय के चित्रकला विषय के विद्यार्थियों ने 110 फीट लंबे कपड़े पर रंगों से देश के अलग- अलग 15 राज्यों की लोक कलाओं के चित्रों को बनाकर अपनी प्रतिभा एवं कलात्मक अभिव्यक्ति का परिचय दिया। विद्यालय के 25 छात्र छात्राओं की टीम द्वारा किया गया यह अद्भुत एवं रचनात्मक कार्य 07 दिवस के अंदर गेम्स एवं आर्ट के कालांश एवं रविवार के दिन विद्यालय आकर विशेष रुचि के साथ समय का सदुपयोग करते हुए किया गया है। छात्र-छात्राओं ने कपड़े पर मांडना कला, मंजूषा पेंटिंग, मधुबनी चित्रकला, गोंड कला, पटना कलम, पिथौरा कला, वर्ली पेंटिंग, तंजौर पेंटिंग, पटकला चित्रण, थांगका पेंटिंग, सांची कला, पिछवई पेंटिंग एवं पहाड़ी कला आदि को प्रदर्शित करते हुए किया है। इतने व्यापक पैमाने पर लोक कलाओं का प्रदर्शन एक पट चित्रण के रूप में विद्यार्थियों के लिए अनुपम एवं मनमोहक रहा। विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने एक टीम भावना से कार्य करते हुए कला शिक्षिका के सहयोग से विषय सामग्री एकत्रित कर अपनी ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग करते हुए विभिन्न राज्यों की कला संस्कृति को सरल एवं सहज रूप में प्रस्तुत करते हुए शिक्षण को सरल एवं रुचिकर बनाने के उद्देश्य से किया। पटचित्रण के रूप में किया गया यह कार्य आगे आने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक साबित होगा एवं विद्यालय में ही छात्र-छात्राएं अलग-अलग प्रदेशों की लोककला एवं संस्कृति को चित्रों के माध्यम से जान पाएंगे ।
इस दौरान विद्यार्थी रमेश, जयेश, दिशा, रितिका, कनिष्क, सिद्धि, आस्था, कल्पेश, स्वाति, आफरीन, भूमि, दर्षिता, धैर्य, अनुज, आस्था, परिधि, देव, हेतल, नव्या ने इस कार्य को विशेष सूची लेकर उल्लेखनीय योगदान देते हुए किया । प्राचार्य मुल्तानराम गुजर एवं वरिष्ठ शिक्षक शंकर बिहारी बागोरिया ने इन विद्यार्थियों को पट चित्रण के लिए प्रेरित करते हुए समय का सदुपयोग एवं कला के महत्व को बताकर उनका उत्साहवर्धन किया एवं कला के प्रति उनकी रुचि को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर सुनील गोस्वामी, मुकेश कायल, महेश कुमार यादव, सज्जन कुमार बृजराजसिंह सहित विद्यालय शिक्षक उपस्थित रहे।