जनपद में खाद की कालाबाजारी तेजी से चल रही है, आलू वुआई के लिए किसानों को नहीं मिल रही खाद


रिपोर्टर अक्षय कुमार प्रजापति, ब्यूरो चीफ कन्नौज
कन्नौज :

पूरे जनपद में खाद की कालाबाजारी छोटे व बड़े डीलरों के द्वारा जोरो से चल रही है खाद के लिए किसान इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन खाद किसानों को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रही है |
प्राप्त विवरण के अनुसार, जनपद कन्नौज में खाद की कालाबाजारी के कारण किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है जिससे कि किसानों की फसल बुआई लेट होती नजर आ रही है | वहीं किसानों ने बताया कि यूरिया की बोरी जिसकी कीमत 266 रुपए है जिसको डीलर खुलेआम 310-320 रुपए में वेच रहे हैं वही साथ में किसानों को जिंक भी दी जाती है अगर जिंक किसान नहीं लेता है तो उस किसान को यूरिया खाद की बोरी नहीं दी जाती है | वहीं किसानों ने बताया कि इस समय आलू बुआई, सरसों की बुआई कई फसले बोने का समय चल रहा है लेकिन डीलर लोग अपने मनमाने दामो पर खाद दे रहे हैं | वहीं किसानों ने बताया कि डीलर लोगों ने जो खाद भरी है वह इधर-उधर गोदामो में छुपा रखी है और जब हम लोग डीलरों के पास पहुंचते हैं तो हम लोगों को पहले तो दुकानदारों के द्वारा खाद के लिए साफ इनकार कर दिया जाता है और अगर खाद दी जाती है तो अधिक कीमत पर उपलब्ध कराई जाती है और विरोध करने पर तो खाद देने से साफ इनकार कर देते हैं और मजबूर होकर हम लोगों को अधिक दामों पर खाद लेनी पड़ रही है | और किसानों ने बताया कि हम लोगों ने सरकारी समिति पर भी कार्ड बनवा रखे हैं लेकिन हम लोगों को सरकारी समिति के अधिकारी व कर्मचारी टाला वाला बात कर वापस भेज देते हैं | और उसी खाद को अधिक दामों में दूसरे लोगों को बेच देते हैं | जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण जिले की कई सहकारी समितियों में देखा जा सकता है |
वही तिर्वा,कन्नौज, छिबरामऊ, इंदरगढ़,सौरिख,नादेमउ, हसेरन, जलालाबाद,गुगरापुर, गुरसहायगंज,मलिकपुर, सरायप्रयाग, सिकंदरपुर, बिशुनगढ़, खड़नी,ठटिया आदि कसवों में खाद की कालाबाजारी की जा रही है विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं | उच्च अधिकारियों को चाहिए की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि हमारा भारत देश एक कृषि प्रदान देश है जिसमें लगभग 70% लोग कृषि का कार्य करते हैं |

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