ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। बांग्लादेश में हो रही हिंसा के खिलाफ विभिन्न हिंदूवादी संगठनों द्वारा बुधवार को रामलीला मैदान में विरोध जताकर शहर में रैली निकाली है। शहर के मुख्य मार्ग से रैली का आयोजन करते हुए कलेक्ट्रेट में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है। जिसके माध्यम से बांग्लादेश में रह रहे हिंंदुओं की सुरक्षा, वहां के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की मांग की गई है। प्रदर्शन की शुरुआत हनुमान चालीसा का पाठ करके की गई।
प्रमुख रूप से सनातन चेतना मंच का नेतृत्व कर रहे महंत राम मोहनदास के नेतृत्व एवं अन्य मठो के साधु संत की उपस्थिति में धर्म सभा को संबोधित किया गया।उन्होंने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में जानकारी देने के साथ इसे व्यापक रूप से रोकने उनकी सुरक्षा करने धार्मिक स्थलों को सुरक्षित करने की मांग की। रामलीला मैदान में सभा के बाद रैली की शुरूआत हुई। रैली प्रारंभ कर अंबेडकर चौक से होते हुए तुलसी मार्ग होते हुए मु य मार्ग से होकर सीधे कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया है कि भारत सरकार बांग्लादेश सरकार के समक्ष इन घटनाओं पर कड़ी आपत्ति जताते हुए बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक दबाव बनाए। संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को इन घटनाओं की जांच के लिए हस्तक्षेप करने को कहा जाए।
मानवाधिकार द्वारा इतनी बड़ी घटनाओं के बावजूद चुप्पी साधने पर सवाल खड़े किए गए हैं। भारत सरकार सहित वैश्विक मानववादी संगठन बांग्लादेश में पीड़ित हिंदू परिवारों को राहत और पुनर्वास करने में सहायता प्रदान करें। इसके अलावा इन घटनाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित करें वैश्विक जागरूकता बढ़ाने की भी मांग की गई है। प्रमुख रूप से महंत मोहनदास के नेतृत्व में निकाली गई रैली में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. डी.के. मिश्रा, सिंगरौली विधायक राम निवास शाह, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, संयुक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम केसरी, सेवानिवृत्त सीएसपी गोविंद प्रसाद पाण्डेय, किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद चौबे, महामंत्री ध्रुव सिंह, विवेक त्रिपाठी, दुर्गा वाहिनी से सोनम रवानी, अनीता गुप्ता, संध्या मिश्रा, रजनी सिंह, सहित अन्य अनुसांगिक संगठन के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बड़ी तादाद में मौजूद भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया था। इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की गई।
समाज ने निकाली सड़कों पर रैली:- बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसं यक, विशेषकर हिंदू समुदाय अत्यंत कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहा हैं। धार्मिक असहिष्णुता, मंदिरों और पूजा स्थलों पर हमले, महिलाओं पर यौन हिंसा, संपत्ति की जबरन हड़प और जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बांग्लादेश जो भारत का निकटतम पड़ोसी देश है। धार्मिक सहिष्णुता और मानवाधिकारों के लिए जाना जाता था। लेकिन दुर्भाग्यवश पिछले कुछ वर्षों में वहां हिंदू अल्पसं यकों पर हमले और उत्पीड़न की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित करना, मंदिरों को जलाना और हिंदू परिवारों को उनके घरों से बेदखल करना आम होता जा रहा है। इन घटनाओं ने न केवल बांग्लादेश के हिंदू समाज को भयभीत किया है बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वहां धार्मिक अल्पसं यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं।