
एक मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी एक पैरोडी अकाउंट की भ्रामक पोस्ट की वजह से कानूनी मुसीबत में फंस गए हैं। पैरोडी अकाउंट ने झूठा दावा किया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला ने बिना परीक्षा दिए ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है। भाई-भतीजावाद का संकेत देने वाला यह दावा वायरल हो गया और गलत तरीके से राठी से जोड़ दिया गया।
अंजलि बिरला की यूपीएससी यात्रा
अंजलि बिरला ने 2019 में यूपीएससी परीक्षा पास की। उन्होंने प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाएँ पास कीं और उन्हें समेकित आरक्षित सूची में रखा गया। यूपीएससी आरक्षित सूची में वे उम्मीदवार शामिल हैं जिन्होंने परीक्षा पास कर ली है, लेकिन उनकी योग्यता रैंकिंग के आधार पर उन्हें विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।
भ्रामक पोस्ट
पैरोडी अकाउंट ने दावा किया: “भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ आप परीक्षा में बैठे बिना यूपीएससी पास कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी के रूप में जन्म लेना होगा।” अकाउंट ने अपने बायो में स्पष्ट रूप से यह बताया था कि यह एक पैरोडी है, लेकिन फिर भी यह गलत सूचना व्यापक रूप से फैलाने में कामयाब रहा।
राठी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
भ्रामक पोस्ट के वायरल होने के बाद, अंजलि बिड़ला के चचेरे भाई नमन माहेश्वरी ने ध्रुव राठी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। राठी पर मानहानि कानून, शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने और शरारत करने वाले बयान के साथ-साथ आईटी एक्ट के तहत आरोप लगाए गए। राठी ने सार्वजनिक रूप से पोस्ट से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है, उन्होंने बताया कि यह एक पैरोडी अकाउंट से आया है।
स्पष्टीकरण और प्रतिक्रियाएँ
राठी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि उनका इस पोस्ट से कोई लेना-देना नहीं है और गलत सूचना फैलाने के लिए मीडिया आउटलेट्स की आलोचना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पैरोडी अकाउंट किसी भी तरह से उनसे जुड़ा नहीं है।
अंजलि बिड़ला ने भी दावों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए कड़ी मेहनत की थी और पिछले दरवाजे से प्रवेश के आरोपों का खंडन किया।