राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने मंगलामुखी किन्नर मां को हिन्दू किन्नर सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष किया मनोनीत
न्यूज लाइन नेटवर्क मंडल ब्यूरो आगरा
अखिल भारत हिन्दू महासभा किन्नर प्रकोष्ठ हिन्दू किन्नर सभा द्वारा कानपुर में हिन्दू राष्ट्र निर्माण किन्नर सम्मेलन का भव्य आयोजन संपन्न हुआ । बैठक की अध्यक्षता मंगलामुखी मन्नत मां किन्नर ने किया ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने मुख्य अतिथि के पद से उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं को हिन्दू राष्ट्र निर्माण का संकल्प दिलवाया । राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान के यह जानकारी दी ।
जारी बयान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने किन्नर सम्मेलन में कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद केंद्र सरकार को भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना होगा । इसके लिए हिन्दू महासभा हिन्दू राष्ट्र निर्माण हस्ताक्षर अभियान के राष्ट्रीय संयोजक नितिन उपाध्याय के नेतृत्व में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है । 25 करोड़ हस्ताक्षर जुटाने का लक्ष्य रखा गया है । 25 करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया जाएगा ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने मंगलामुखी किन्नर मां को हिन्दू किन्नर सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत करते हुए उन्हे नियुक्ति पत्र प्रदान किया । संत धर्मदास जी महाराज को हिन्दू गौरक्षा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नियुक्ति पत्र दिया गया । हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने अपने संबोधन में किन्नर समाज के सशक्तिकरण पर बल दिया ।
सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं को हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केशव चौहान , राष्ट्रीय मंत्री ललित अग्रवाल , राष्ट्रीय मंत्री दीपक कनोजिया , राष्ट्रीय मंत्री कुंवर भगवान सिंह भाटी , राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी प्रवीण सिंह चंदेल , उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मनोज शर्मा , आगरा जिला अध्यक्ष विवेक गर्ग , कानपुर जिला अध्यक्ष जगत पांडे , विधायक महेश त्रिवेदी , महापौर प्रमिला पांडे , वरिष्ठ समाजसेवी मुरारी लाल अग्रवाल , निगम पार्षद कौशल किशोर मिश्रा सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया ।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में हिन्दू राष्ट्र निर्माण का समर्थन करते हुए राम चरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की । सम्मेलन में किन्नर समाज की ज्वलंत समस्याओं पर विचार विमर्श हुआ और समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन का निर्णय किया गया ।