उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ। सीएम योगी के विधानसभा पहुंचते ही कई विधायक उनके पैर छूने के लिए आगे बढ़े, और यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के कुछ विधायक भी सीएम योगी के पैर छूते हुए दिखे।
पैर छूने वालों में सपा के बागी विधायक अभय सिंह भी शामिल थे। मानसून सत्र के पहले दिन, सीएम योगी ने विपक्षी खेमे में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की। इसके बाद जब वे सत्तापक्ष की ओर बढ़ रहे थे, तो विधायकों ने उनके पैर छुए। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक दिलचस्प घटना घटी जब जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख राजा भैया (राजा भैया) ने सपा विधायकों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैर छुए।
यह घटना उस समय हुई जब विधानसभा में सत्र चल रहा था। राजा भैया ने सपा विधायकों के साथ सीएम योगी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर हल्की मुस्कान के साथ प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राजा भैया के इस कृत्य को शिष्टाचार और सम्मान का प्रतीक माना।
राजा भैया और मुख्यमंत्री योगी के बीच राजनीतिक मतभेद होते हुए भी, इस घटना ने राजनीतिक शिष्टाचार और परस्पर सम्मान को प्रदर्शित किया। इस घटना ने विधानसभा में मौजूद सभी लोगों का ध्यान खींचा और चर्चा का विषय बन गई।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं तेज हो गईं। लोगों ने इस घटना को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा और इसे भारतीय राजनीति में सम्मान और शिष्टाचार का प्रतीक माना। इस घटना ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बावजूद व्यक्तिगत सम्मान और शिष्टाचार को महत्व देने की भारतीय राजनीति की परंपरा को दर्शाया। यह घटना दर्शाती है कि व्यक्तिगत संबंध और सम्मान राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राजा भैया द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैर छूने की इस घटना ने न केवल विधानसभा में बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना। मुख्यमंत्री का सकारात्मक रिएक्शन इस घटना को और भी महत्वपूर्ण बना देता है, जो राजनीतिक शिष्टाचार और परस्पर सम्मान को प्रदर्शित करता है।