संवाददाता राजन जायसवाल।
कोन / सोनभद्र – विकास खण्ड कोन के अंतर्गत ग्राम पंचायत कचनरवा में मुख्य मार्ग कोन- कचनरवा – विंढमगंज , बागेसोती मार्ग , अस्पताल रोड से सटे मुख्य मार्ग जगह-जगह रोड उखाड़ कर गड्ढे में तब्दील हो गए हैं, जहां थोड़ी बरसात होते ही सड़क तालाब में तब्दील हो जाता है वहीं सड़क किनारे मुर्गा, मछली के दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करके मांस ,मछली की खुली दुकानें लगायी जाती है, जो कि सावन के पवित्र महीने में मुख्यमंत्री द्वारा स्थानीय प्रशासन को स्पस्ट निर्देश दिया गया है कि खुले में मांस मछली की बिक्री नहीं हो किन्तु मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार करते हुए स्थानीय दुकानदारों द्वारा सड़क अतिक्रमण करके खुलेयाम मांस मछली की बिक्री की जाती है।
स्थानीय प्रशासन मुख दर्शक बना हुआ है । वहीं इन दुकानों से उठ रहे दुर्गंध से आने जाने वाले संभ्रांत लोगों समेत पूजा करने जाने वाले ग्रामीण को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है| ग्रामीणों का कहना है कि जहां एक ओर सड़क तालाब में तब्दील हो जाने के कारण लोगों को सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है ,वही इन मुर्गा मछली की खुली दुकानों से उठ रही दुर्गंध के कारण आम जनमानस में बीमारी फैलने का भी खतरा बना रहता है । इस रास्ते से जाने वाले पंचायत बागेसोती , लोकवाखाडी, बड़ाप् बरवाहीखोली, किशुनपुरवा, पीपरखाड़ सहित झारखंड, हॉस्पिटल रोड , बागेसोती रोड मुख्य मार्ग से ही लोगों का आना जाना रहता है जो परेशानी का सबब बन गया है। इन मुर्गा मछली के दुकानदारों से झगड़ा होने की हमेशा संभावना बनी रहती है |
ग्रामीण सियाराम, उमेश, परमानंद, रमेश, महेंद्र, राजेश तिवारी, सुरेंद्र दीप नारायण, उमाशंकर, अजय कुमार, आनंद कुमार ने जिलाधिकारी व स्थानीय प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल मुर्गा मछली के दुकानों को हटाने की माँग के साथ-साथ रोड को गड्ढा मुक्त करने की मांग की है।