ओबरा परियोजना के संविदा श्रमिकों ने दुसान कंपनी के विरुद्ध संगठन के नेतृत्व में किया जोरदार प्रदर्शन व कंपनी का पुतला फूँका।

संवाददाता राजन जायसवाल

ओबरा / सोनभद्र -ओबरा सी परियोजना के श्रमिकों के चार माह के बकाया मजदूरी के भुगतान की मांग को लेकर आज भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के नेतृत्व में पीड़ित मजदूरों द्वारा अम्बेडकर चौराहे पर नारे-बाजी के साथ दूसान कम्पनी का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया।इसी क्रम में संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान ने दूसान कम्पनी और उसके ठेकेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि, उ०प्र०रा०वि०उ०नि०लि० लखनऊ द्वारा ओबरा सी परियोजना के मजदूरों के बकाया मजदूरी का भुगतान करने हेतु 145 करोड़ रुपये दिया गया था परन्तु दूसान कम्पनी ने मजदूरों के बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया बल्कि ठेकेदारों के साथ मिलकर पूरी धनराशि डकार ली गयी I

प्रदेश में यह कैसा रामराज्य है जहां मजदूर अपनी मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहा है जो कि श्रम कानूनों को कोरियन कम्पनी द्वारा ताक पर रखते हुए 12 हजार रुपयें में 12 घंटा कार्य कराया जाता है और वहीं दूसरी ओर श्रमिक न्यूनतम मजदूरी दर से कार्य कराया जाता है और वेतन और ओवरटाइम की मांग करता है तो कोरियन कम्पनी और उसके ठेकेदार द्वारा उन मजदूरों को काम से निकाल कर ब्लैक-लिस्ट कर दिया जाता है।,

संगठन ने उपरोक्त प्रकरण की जांच कराने व विधिक कार्यवाही की मांग किया हैI वहीं संगठन के अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि, दुसान कम्पनी द्वारा मजदूरों का शोषण जारी है व दुसान कम्पनी से मजदूरों के बकाया मजदूरी का भुगतान कराने में जिला प्रशासन बौना साबित हो रहा है और ओबरा सी परियोजना में मजदूरों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है जबकि भुगतान प्राप्त होने के बाद भी दुसान कम्पनी अपने मजदूरों का भुगतान नहीं कर रही है जो कि बहुत शर्मनाक है ऐसे ही श्रमिक रामनारायण पटेल के कहा कि, डेढ़ साल से अपनी बकाया मजदूरी के लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा किन्तु अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई।

विरोध प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से किशन सिंह , आनंद कनौजिया, अजय , प्रशांत, विजय , सुरेश आदि श्रमिक थे I

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