संवाददाता राजन जायसवाल की रिपोर्ट।
कोन / सोनभद्र – नव सृजित विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कुडवा में भूमि संरक्षण विभाग के तहत विगत आठ महीनों से गाँवों में बंधी निर्माण का कार्य चल रहा था जो अभी बरसात के कारण ठप पड़ा है।ग्रामीणों का आरोप है कि भूमि संरक्षण विभाग (कृषि विभाग) से संबंधित ब्यक्ति सुदेश प्रजापति और कुछ स्थानीय संबंधित अध्यक्ष व अन्य लोगों की मिलीभगत से ग्रामीणों के खाते में धन डलवाया गया था जिससे संबंधित विभाग के स्थानीय अधिकारी द्वारा ग्रामीणों को गुमराह करके उनके द्वारा धन निकासी कराकर लगभग 80 प्रतिशत धन उनके द्वारा ले लिया गया जब स्थानीय लोगों ने उक्त विभाग से संबंधित अधिकारी (कर्मचारी )से सवाल किया तो बताया गया कि यह लोन का पैसा है जो वसूली नहीं होगा।
वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों ने किसी भी तरह का लोन लेने से इंकार किया है। ऐसे ही भूमि संरक्षण विभाग से कचनरवा, पीपरखाड़ , धरनवा, पड़रछ, गुलरिया आदि जगहों पर कार्य कराया जा रहा है जिसमें ग्राम पंचायत कुडवा में लगभग 50,60 की संख्या पुरानी बंधी पर फर्जी तरीके से मशीनों द्वारा कार्य कराने के बदले मजदूरों के नाम पर फर्जी भुगतान किये जाने का आरोप है ऐसे ही अन्य ग्राम पंचायतों में हो रहा है। जिससे संबंधित विभाग के स्थानीय कर्मचारी व अधिकारी द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश जीरो टॉलरेंस की नीति को ध्वस्त करते हुए इन अधिकारियों व भ्र्स्टाचारियों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेशों को सरेआम ठेंगा दिखाया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूमि संरक्षण विभाग से संबंधित ब्यक्ति सुदेश प्रजापति से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने धन उगाही जैसे मामले से इंकार किया और उनके विभाग में संबंधित विभाग में किस पद पर आसीन हैं जैसे प्रश्न किये जाने पर कुछ भी बताने से साफ तौर पर इंकार किया। विभाग के इस तरह के कृत्य से ग्रामीणों में रोष ब्याप्त है। मिली जानकारी के अनुसार संबंधित विभाग द्वारा गाँव में प्रधान की उपस्थिति में समिति गठन करके कार्य कराया गया है, जिसमें चंद लोगों को अध्यक्ष आदि मनोनीत किया गया जिसके आड़ में फर्जी तरीके से सरकारी धन का बंदर बाँट किया गया जिससे आदिवासी दलित अशिक्षित भोली भाली जनता अपने को ठगा महसूस कर रहा है और लोगों के जेहन में धन को लेकर भय पैदा हो गया है जिसे लेकर स्थानीय लोगों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया।
ग्रामीण गंगा यादव, विजय, लालमन , सुरेंद्र कुमार, महेंद्र कुमार, नरेश, गम्भिरा, विजय, जानसाह आदि दर्जनों लोगों ने माननीय जिलाधिकारी महोदय को शिकायती पत्र प्रेषित करते हुए उपरोक्त प्रकरण की उच्चस्तरीय जाँच किये जाने की मांग के साथ दोषी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है।