चेन्नई: तमिलनाडु वेत्त्री कलगम के झंडे को पेश करने का कार्यक्रम आज (22 अगस्त) पनैयूर में स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पार्टी के नेता विजय ने झंडे का अनावरण किया। यह झंडा लाल और पीले रंग के साथ दो युद्ध हाथियों और बीच में वागई फूल के साथ डिजाइन किया गया है। इसके बाद विजय ने झंडे के गीत को भी जारी किया। बताया जा रहा है कि इस गीत का संगीत थमन ने तैयार किया है और गीत के बोल विवेक ने लिखे हैं।
गीत का प्रारंभ कैसे होता है? – इस गीत की शुरुआत 3डी ग्राफिक्स में की गई है। इसमें कुछ लोग हाथियों पर बैठे हुए जनता को प्रताड़ित करते दिखाए गए हैं। फिर विजय जैसे दिखने वाला एक व्यक्ति ढाल के साथ घोड़े पर सवार होकर आता है और अपने दो हाथियों की मदद से उन अत्याचारियों को पराजित करता है। इस प्रकार गीत की शुरुआत होती है।
गीत में “तमिझन कोडी परक्कुदु… थलैवन युगम पिरक्कुदु… मूनेलुत्तु मंत्रत्तै मीनडुम ओलिक्कुदु” जैसे बोल आते हैं, जो एमजीआर की ओर संकेत करते हैं। “सिक्करम किडैचच पिन्नुम एरंगी वंदु सेव सेनजु, नींगे कोडुथ एल्लात्तुक्कुम नंद्री काड्ट्टुम कालम इदु” जैसे बोलों में विजय ने फिल्मों की मोटी कमाई छोड़कर राजनीति में आने का इशारा किया है।
गीत के मध्य में एक स्थान पर एक हिंदू, एक मुस्लिम और एक ईसाई व्यक्ति तमिलनाडु वेत्त्री कलगम का झंडा पकड़े हुए दिखते हैं, जिससे यह संदेश मिलता है कि धर्मनिरपेक्षता ही उनकी राह है। विजय ने इस गीत के माध्यम से यह संदेश एक बार फिर स्पष्ट किया है। “अरसरै केल्वी केक्कुम थलपति की कालम अड़ी”, “दूर निन्नु पाक्कुम थलैवन कालाम एललाम मारुडु थोलिल वंदु काई पोड़ुम थलैवन कोडी एरुडु” जैसे बोल ध्यान खींचते हैं। तमिलनाडु वेत्त्री कलगम के झंडे के गीत का वीडियो: