अगर वर्तमान सचिव जय शाह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए अध्यक्ष बनते हैं, तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में बड़े पैमाने पर बदलाव की संभावना है। जय शाह, जो भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, अभी तक आईसीसी के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है। हालांकि, कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि उनके शीर्ष पद पर काबिज होने की संभावना बहुत अधिक है। यह पद भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि आईसीसी का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति का विश्व क्रिकेट पर व्यापक प्रभाव होता है।
अगर जय शाह आईसीसी के अध्यक्ष पद का चयन करते हैं, तो बीसीसीआई में एक नए सचिव की जरूरत होगी। इस संदर्भ में, दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। रोहन जेटली, जो दिवंगत और सम्मानित भारतीय राजनीतिज्ञ अरुण जेटली के बेटे हैं, बीसीसीआई में शाह की जगह ले सकते हैं। यह विचार किया जा रहा है कि रोहन जेटली, जिन्होंने डीडीसीए में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, बीसीसीआई के सचिव पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं।
बीसीसीआई के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, बोर्ड में रोहन जेटली को सचिव के पद पर लाने के लिए एक व्यापक सहमति बन रही है। उनका क्रिकेट प्रशासन में अनुभव और परिवार का राजनीतिक प्रभाव इस पद के लिए उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है। बीसीसीआई के भीतर चल रही चर्चाओं से यह संकेत मिल रहा है कि अगर जय शाह आईसीसी में जाते हैं, तो रोहन जेटली का सचिव बनना लगभग तय है।
हालांकि, बीसीसीआई के अन्य शीर्ष अधिकारी, जैसे कि अध्यक्ष रोजर बिन्नी, अपने पदों पर बने रहेंगे। बिन्नी सहित अन्य अधिकारियों का कार्यकाल अभी भी बाकी है, इसलिए उनके पदों में कोई बदलाव नहीं होने की संभावना है। यह स्पष्ट है कि बीसीसीआई के मौजूदा अधिकारियों का एक वर्ष का कार्यकाल शेष है, और वे अपनी भूमिकाओं को जारी रखेंगे।
जय शाह की संभावित जगह लेने वाले अन्य नामों में कुछ और प्रमुख व्यक्ति भी शामिल हैं। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के अध्यक्ष अभिषेक डालमिया, जो कि दिवंगत बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के बेटे हैं, भी इस सूची में शामिल हैं। इसके अलावा, पंजाब के दिलशेर खन्ना, गोवा के विपुल फडके, और छत्तीसगढ़ के प्रभतेज भाटिया भी संभावित उम्मीदवारों के रूप में उभर रहे हैं।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “स्वाभाविक रूप से ऐसा हो सकता है, क्योंकि इसके लिए कोई सख्त नियम नहीं हैं। लेकिन अगर आप बीसीसीआई की शक्ति संरचना को देखें, तो अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष तीन प्रमुख पद हैं। इन पदों पर लंबे समय से काम कर रहे लोग होते हैं, और आमतौर पर किसी नए व्यक्ति का आकर उन्हें आगे बढ़ाना सामान्यतः नहीं होता है।”
अधिकारी ने आगे कहा, “सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या जय शाह आईसीसी के लिए तैयार हैं? अगर वह अभी नहीं जाते, तो भविष्य में किसी भी समय जा सकते हैं। लेकिन उनके जाने से पहले बीसीसीआई के भीतर व्यापक बदलावों की संभावना है।”
कुल मिलाकर, बीसीसीआई में आने वाले समय में बड़े बदलाव हो सकते हैं, खासकर अगर जय शाह आईसीसी के अध्यक्ष बनते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट के प्रशासन में कौन सी नई शख्सियतें उभर कर सामने आती हैं और आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट की दिशा किस तरह तय होती है।