प्रेस रिपोर्टर कैलाश गिरी गोस्वामी नागौर
नागौर, 06 सितंबर। पीएम श्री स्कूल योजना के तहत जिले में संचालित की जाने वाली स्कूलों के प्रभावी संचालन की तैयारी को लेकर जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने इन चयनित स्कूलों में सुदृढ़ खेल मैदान, फर्नीचर सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाकर इन स्कूलों को रोल मॉडल बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी के कौशल एवं संवैधानिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए इन स्कूलों में बच्चों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता करना सुनिश्चित करें। साथ ही कौशल विकास विभाग एवं राजीविका के अधिकारी स्कूलों में जाकर समय-समय पर विभिन्न कौशल की जानकारी बच्चों तक पहुंचाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी उपखंड स्तरीय अधिकारी भी इन स्कूलों की समय-समय पर मॉनिटरिंग करते रहें। इसके साथ ही चिकित्सा विभाग के अधिकारी निश्चित समय पर कैंप लगाकर इन स्कूलों में चिकित्सा जांच भी करेंगे।
बैठक में रमसा के पृथ्वीसिंह ने पीएम श्री स्कूल योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इन स्कूलों में सुदृढ़ खेल मैदान, स्वास्थ्य योग एवं खेल गतिविधियां, फर्नीचर, स्मार्ट विद्यालय का निर्माण, विद्यालयों का सौंदर्यकरण करने सहित विभिन्न संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ सेल्फी प्वाइंट भी विकसित किए जाएंगे। जिसके लिए वित्तीय प्रबंधन भी किया गया है। इसके साथ ही इन स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए पौधरोपण जैसे कार्यों के लिए भी बजट प्रस्तावित किया गया है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि पीएमश्री योजना 2023 में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से पूरे भारत में 14500 पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से अपग्रेड किए गए स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका लाया जाएगा। इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष जोर दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जाएगा। देश के हर ब्लॉक में कम से कम 2 पीएम श्री स्कूल की स्थापना की गई है। जिसमें एक विद्यालय माध्यमिक शिक्षा एवं एक विद्यालय प्रारम्भिक शिक्षा का होगा।
उन्होंने बताया कि सत्र 2022-23 में नागौर जिले में यू-डाइस रिपोर्ट 2020-21 के आधार पर चयनित बैंच मार्क 831 विद्यालयों में से 18 विद्यालयों का चयन पीएमश्री योजना में किया गया। जिले में 18 चयनित विद्यालयों में से 15 माध्यमिक शिक्षा व 3 प्रारम्भिक शिक्षा के स्कूल है।
प्रथम चरण में नागौर जिले में 8 उच्च माध्यमिक एवं 2 उच्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन हुआ है।
इसी प्रकार सत्र 2023-24 में नागौर जिले में यू-डाइस रिपोर्ट 2021-22 के आधार पर चयनित बैंच मार्क 831 विद्यालयों में से 12 विद्यालयों का चयन पीएमश्री योजना में किया गया। जिले में 12 चयनित विद्यालयों में से 10 माध्यमिक शिक्षा व 02 प्रारम्भिक शिक्षा के स्कूल है।
द्वितीय चरण में नागौर जिले में 3 उच्च माध्यमिक एवं 2 उच्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन हुआ है।
उन्होंने बताया कि योजना को सफल बनाने के लिए सभी चयनित स्कूलों को निर्देशित किया गया है जिसके तहत इन स्कूलों में सेल्फी पॉइन्ट विकसित करने, एनुअल स्पोर्ट्स गाइडलाइन, स्कूल टवीनिंग, अविष्कार अभियान
चलाने तथा सभी बच्चों के आईडी कार्ड व बैज गाइडलाइन के मुताबिक बनाने, स्वच्छता पंखवाडा चलाने, बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शारीरिक शिक्षक, पुलिस व सेवा के जवानों के सानिध्य में आयोजित करवाने एवं
21वीं सदी के कौशल अधिगम कौशल, साक्षरता कौशल व जीवन कौशल तथा संवैधानिक मूल्यों एवं एलईपी उपचारात्मक शिक्षण पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पीएमश्री विद्यालयों में सेल्फी प्वाइंट की स्थापना के साथ साथ विद्यालय की आधारभूत संरचना को आकर्षक बनाने, पीएमश्री योजना के उद्देश्यों एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति की अभिशंषाओं की जानकारी विद्यार्थियों को प्रदान करने, शिक्षक एवं विद्यार्थियों में रचनात्मकता को बढावा देने, विद्यार्थियों को ज्ञानवर्द्धक संदेश एवं समसामयिक घटनाओं से जागरूक करने संबंधी दिशा निर्देश दिए।