मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन व समिति पदाधिकारियों की हुई बैठक
व्यवस्थाओं में बाधा डालने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
मेले में रहेंगी बिजली, पानी व चिकित्सा की मूलभूत सुविधाएं
प्रेस रिपोर्टर कैलाश गिरी गोस्वामी नागौर
नागौर, : वीर तेजा जन्मस्थली खरनाल में 13 सितंबर को तेजा दशमी पर वीर तेजाजी का मेला भरा जाएगा तथा इससे पूर्व 12 सितंबर को मुंदियाड़ गांव में गजानंद जी महाराज का मेला भरेगा। इन मेलों के आयोजनों की व्यवस्थाओं एवं आयोजनों पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में समिति पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में मेले के दौरान की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए।
इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने मेले में शांति एवं कानून व्यवस्था प्रभावी बनाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त करने की बात कही।
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक पहचान है।उन्होंने संबंधितों को मेलार्थियों के लिए समुचित सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्री पुरोहित ने अधिकारियों को पारस्परिक समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मेले में असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना करने या शांति व्यवस्था भंग करने की संभावना के दृष्टिगत आवश्यक सुरक्षा प्रबंध किए जाएं।
जिला कलेक्टर ने कहा कि मेले के दौरान ग्राम पंचायत एवं मन्दिर समिति का विशेष दायित्व रहता है इसलिए वे पूरे मेले में व्यवस्था को दुरुस्त रखे। वहीं तालाबों पर सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता प्रबन्ध करे।
इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़को का पेचवर्क कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें और चिकित्सा विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारु रुप से संचालन के लिए मेले के दौरान लगाए जाने वाले चिकित्सा स्टाफ की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने मेले में पर्याप्त एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंपालाल जीनगर ने कहा कि मंदिर में परिक्रमा लगाने के दौरान श्रृद्धालुओ को घंटो लाइनों में खड़े रहना पड़ता है इसलिए वहां आपात स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा विभाग अस्थाई स्टॉल लगाकर मेडिकल सुविधा प्रदान करें।
बैठक में समिति पदाधिकारियों ने मेले में साइकिल दौड़ के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रखने तथा उत्पात मचाने वाले युवकों पर नियंत्रण रखने की मांग की। जिस पर जिला कलक्टर ने मेले के दौरान हाइवे पर लहराते हुए दौड़ने वाले वाहनों पर निगरानी रखने तथा ओवरस्पीड में वाहन दौड़ाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही अमल में लाने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि मेले में लहराते हुए दौड़ने वाले वाहनों को जप्त किया जाएगा। वहीं सड़क पर कोई भी वाहन चालक बाइक, ट्रैक्टर, जीप, कैंपर गाड़ी तथा अन्य किसी वाहन को लहराते हुए या स्टंट करते हुए तथा अनावश्यक बार-बार घूमता हुआ पाया जाएगा तो वाहन मौके पर ही जप्त कर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उन्होंने बताया कि मेले हमें सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का संदेश देते हैं। इसके लिए आयोजनकर्ता व समिति पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को लंबे समय तक मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन कुछ लोग माहौल खराब करने वाले होते हैं जो गलत मैसेज छोड़ देते हैं, जिससे मेले की व्यवस्था तो बिगड़ती है ही, साथ में दुर्घटना होने से जान माल की भी हानि होती है।
बैठक में उपस्थित अखिल भारतीय श्री वीर तेजाजी जाट जन्म स्थली संस्थान खरनाल अध्यक्ष सुखराम खुड़खुड़िया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले के आयोजन की संपूर्ण तैयारी पुलिस एवं प्रशासन तथा अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए समय पर कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि मेले में लाखों श्रृद्धालु पहुंचते हैं तथा इनका आना-जाना व्यवस्थित तरीके से रहता है। देश के अन्य राज्यों से भी श्रृद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि मेले की पूर्व संध्या पर कलाकारों द्वारा तेजा गायन भी किया जाता है तथा अगले दिन सुबह से ही वीर तेजाजी महाराज के दर्शन हेतु मंदिर में लोगों का आना जाना शुरू हो जाता हैं। वही देर शाम को साइकिल रैली का आयोजन किया जाता है। जिस पर जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि साइकिल रैली में भाग लेने वाले साइकिल चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण करना सुनिश्चित करें। वही रैली के दौरान कई शरारती तत्व बाइक व अन्य वाहनों से स्टंट करने लग जाते हैं। युवाओं में स्टंट कर करतब दिखाने की होड़ सी लग जाती है, जिससे बाहर से आने वाले श्रृद्धालुओ को असुविधा होती है तथा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने का अंदेशा बना रहता है। वहीं शांति एवं कानून व्यवस्था भी भंग होती है। इस दौरान उन्होंने समिति पदाधिकारियों से भी कहा कि वे इस प्रकार के वाहन/बाइक स्टंट करने वाले युवाओं से समझाइश करें तथा इसके लिए समय रहते उनको पाबंद करें। इसके बावजूद भी यदि कोई स्टंट करता हुआ पाया जाता है तो पुलिस विभाग कठोर कार्रवाई अमल में लाएं तथा मेले से जुड़ने वाले सभी आवागमन वाले मार्गों पर पुलिस बल तैनात करना सुनिश्चित करें।
इस दौरान उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात, मूंडवा उपखंड अधिकारी एवं जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश देते हुए मेले में समुचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा मेले से पूर्व मौका निरीक्षण कर यातायात व्यवस्था प्रभावी एवं सुव्यवस्थित करने तथा मेले के समय विभागीय दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मेले के दौरान निर्धारित मार्ग व आयोजन स्थल पर सड़क, पानी, सफाई बेरीकेडिंग आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि मेले से पूर्व सड़क का पेचवर्क कराने हेतु सार्वजनिक निर्माण विभाग तथा पानी की व्यवस्था हेतु जलदाय विभाग को पाबंद करते हुए बेरिकेडिंग व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। इसके साथ ही सभा स्थल पर पांडाल व स्टेज की व्यवस्था के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग सुरक्षा हेतु संबंधित व्यवस्थाएं आयोजनकर्ता की निगरानी में समय पर करवाएं। उन्होंने मेले के दौरान निर्धारित मार्ग व आयोजनस्थल पर ढीले विद्युत तारों, विद्युत आपूर्ति, सड़क, पानी, सफाई आदि व्यवस्थाएं दुरुस्त करने हेतु उपखंड अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने मूंडवा एसडीएम को मेले के दौरान हेल्प डेस्क का गठन करने के निर्देश दिए। इस दौरान आयोजनकर्ताओं ने मेले में विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए मेला स्थल पर अतिरिक्त ट्रांसफर लगाने की व्यवस्था की मांग की। जिस पर जिला कलेक्टर ने डिस्कॉम के अधिकारियों को ढीले तारों को सही करने तथा समिति से समन्वय रखते हुए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को मेले के दौरान अग्निशमन वाहन उपलब्ध करवाने, मोबाइल टॉयलेट सहित विभिन्न व्यवस्थाएं सुचारू रखने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने मेले के दौरान गांव के तालाब पर एसडीआरएफ की टीम तैनात करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समिति भी अपनी ओर से वालंटियर मौके पर रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
जिला कलेक्टर ने सीएमएचओ को मेले के दौरान मंदिर परिसर व मेला मैदान, पैनोरमा व मुंदियाड़ मेले में मेडिकल टीम लगाने के निर्देश देते हुए मौके पर एंबुलेंस व मेडिकल टीम तैनात करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मेले के लिए आपातकालीन चिकित्सा टीम गठित कर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में व्यवस्था बनाए रखें तथा आवश्यकता अनुसार मेडिकल टीमों की नियुक्ति कर आवश्यक दवाइयों के साथ टीमों को सक्रियता के साथ कार्य करने के लिए पाबंद करें।
बैठक में मेले के दौरान स्टंट्स पर रोक लगाने के लिए संवेदनशीलता के साथ गम्भीरतापूर्वक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इस दौरान समिति के भंवरलाल निंबड़, हरीराम जाजड़ा, शिवकरण धोलिया तथा नगर परिषद आयुक्त रमेश रिणवां, उपखंड अधिकारी सुनील चौधरी, मुंडवा एसडीएम लाखाराम, सीओ रामप्रताप गोदारा, जिला परिवहन अधिकारी ओमप्रकाश चौधरी सहित पीडब्ल्यूडी, डिस्कॉम व जलदाय विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।