विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए हैं. इस दौरान वो भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साध रहे हैं. इसी बीच राहुल गांधी ने सिखों को लेकर एक टिप्पणी की, जिस पर बवाल मच गया है.
बीजेपी ने राहुल गांधी के इस बयान पर कड़ा एतराज जताया है. इसी बीच बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर हमला बोला है.
अनुराग ठाकुर ने साधा राहुल गांधी पर निशाना
सिखों को लेकर राहुल गांधी के दिए बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘अंग्रेज चले गए अपनी सोच कांग्रेस को दे गए. राहुल गांधी विदेश की धरती पर अपने देश को बदनाम करते हैं. राहुल जी चीन से फंड लेने से कुछ नहीं होगा, पकिस्तान से मदद लेने से कुछ नहीं होगा. इनके पिता राजीव गांधी के समय सिखों के बाल काटे गए. सिखों के ऊपर अत्याचार किया. कांग्रेस परिवार और राहुल गांधी को देश से उसके लिए माफी मांगनी चाहिए. ज्ञान न दीजिये, ये झूट है.’
हरदीप सिंह पुरी ने भी किया था पलटवार
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “राहुल गांधी से ये पूछना चाहिए कि आपको कहां किस सिख समुदाय के सदस्यों, प्रतिनिधि ने कहा कि उसे पगड़ी पहनने में दिक्कत है. मैं पिछले 60 वर्षों से अधिक समय से ‘पगड़ी’ और ‘कड़ा’ पहन रहा हूं और मैंने कभी किसी को नहीं देखा जो यह कहे कि उन्हें ‘पगड़ी’ और ‘कड़ा’ पहनने में कोई कठिनाई होती है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह उनके (राहुल गांधी के) पिता के समय में हुआ था जब नरसंहार किया गया था. हमारे 3000 लोग मारे गए. ऐसा नहीं है कि वह इस सब से अनजान हैं. वह काफी लंबे समय से राजनीति में हैं इसलिए उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि अगर वह देश के बाहर या देश के अंदर भी हैं और इस तरह के बयान देंगे तो उनका मजाक उड़ाया जाएगा. यह एक ऐसा बयान है जिसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए.वह देश से बाहर रहने वाले हमारे भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.वह बिना किसी आधार के बयान दे रहे हैं.’
राहुल गांधी ने कही थी ये बात
इससे पहले सोमवार को वर्जीनिया में राहुल गांधी ने कहा था, ‘सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है. लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. यह सतही है. आपका नाम क्या है? लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी. या एक सिख के रूप में उन्हें भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी. या एक सिख गुरुद्वारा जाने में सक्षम होगा. यही लड़ाई है और सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.’