“पैगंबर मोहम्मद की ये अनसुनी बातें जो आपकी जिंदगी बदल देंगी – जानें मिलाद-उल-नबी पर खास रहस्य!”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर मिलाद-उल-नबी के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा, “ईद मुबारक! मिलाद-उल-नबी के पावन अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएं। इस विशेष दिन पर मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे समाज में हमेशा शांति, सौहार्द और एकता बनी रहे। चारों ओर खुशहाली और समृद्धि फैले, और हम सभी भाईचारे और प्रेम के साथ मिलकर जीवन बिताएं।”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस पावन अवसर पर अपने संदेश में पैगंबर मोहम्मद के आदर्शों का उल्लेख करते हुए देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “मिलाद-उल-नबी, जो पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन है, के इस शुभ अवसर पर मैं देशवासियों, विशेष रूप से मुस्लिम भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई देती हूँ। पैगंबर मोहम्मद (स.अ.व.) ने समानता पर आधारित एक आदर्श समाज का निर्माण किया। उन्होंने यह दिखाया कि एक ऐसा समाज, जो सबको समान दृष्टि से देखता है और जहां कोई भेदभाव नहीं होता, वह संभव है। साथ ही, उन्होंने धैर्य के साथ सत्य के मार्ग पर चलने और कठिनाइयों का सामना करने की शिक्षा दी। इस अवसर पर, हमें उनके उपदेशों को अपने जीवन में उतारने और समाज व राष्ट्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प लेना चाहिए।”

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने भी मिलाद-उल-नबी पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “सभी को मिलाद-उल-नबी की हार्दिक शुभकामनाएं! यह दिन आपके जीवन में आनंद, प्रेम और नई आशाओं के साथ एकता की भावना लेकर आए। पैगंबर मोहम्मद के जीवन से हम जो सीख सकते हैं, उसे अपने जीवन में आत्मसात करें और मिल-जुलकर एक बेहतर समाज का निर्माण करें।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस विशेष अवसर पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा, “ईद मिलाद-उन-नबी मुबारक! इस पवित्र अवसर पर मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे जीवन में शांति, करुणा, और समृद्धि का वास हो। यह अवसर हमें एकजुटता, सौहार्द, दया और प्रेम का संदेश दे। पैगंबर मोहम्मद के उपदेशों को अपनाते हुए, हम सभी एक बेहतर और एकजुट समाज की ओर बढ़ें।”

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मिलाद-उल-नबी के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के पावन अवसर पर सभी को दिल से बधाई। पैगंबर मोहम्मद (स.अ.व.) का जीवन हमें धैर्य, करुणा और सत्य का मार्ग दिखाता है। हमें उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलकर समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।”

मिलाद-उल-नबी, जिसे ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या मावलीद के नाम से भी जाना जाता है, पैगंबर मोहम्मद (स.अ.व.) के जन्मदिन की याद में मनाया जाता है। यह इस्लामी कैलेंडर के अनुसार 12 रबी उल अव्वल को पड़ता है, जो इस्लामी वर्ष का तीसरा महीना होता है। इस साल, यह शुभ अवसर रविवार, 15 सितंबर 2024 की शाम से शुरू होकर सोमवार, 16 सितंबर 2024 की शाम को समाप्त होगा।

मिलाद-उल-नबी का उत्सव पैगंबर मोहम्मद के जीवन और उनकी शिक्षाओं को याद करने का समय होता है। इस अवसर पर मुसलमान पैगंबर के उपदेशों, उनके द्वारा झेले गए कष्टों और उनके महान चरित्र को याद करते हैं। पैगंबर मोहम्मद की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक यह थी कि उन्होंने अपने दुश्मनों को भी माफ कर दिया था। इस कारण से, ईद मिलाद-उन-नबी का यह दिन आमतौर पर उत्सव के बजाय धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। बड़ी धूमधाम या समारोहों से बचा जाता है, और इसे शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाता है, ताकि पैगंबर के आदर्शों को समझा जा सके और उनके संदेश को व्यापक रूप से फैलाया जा सके।

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