डॉ भीमराव राम जी अंबेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में दवाइयां का अभाव, मरीज को लिखी जाती है अधिकतर बाहर की दवा


रिपोर्टर प्रमोद कुमार (छुन्ना)
तिर्वा कन्नौज :

डॉ भीमराव अंबेडकर राजकीय चिकित्सालय में दवाइयां का अभाव चल रहा है जिस पर डॉक्टर मरीजो को बाहर की दवा अधिक लिख देते हैं जिससे मरीजों को प्राइवेट मेडिकल का सहारा लेना पड़ता है |
प्राप्त विवरण के अनुसार, तिर्वा में बने मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर चिकित्सको की मनमानी चल रही है जिसमें दूर-दराज से आए हुए मरीजों को प्राइवेट दवा खरीदनी पड़ रही है | लाल पीली गोली देकर आए हुए मरीजों को बाहर की दवा लिख देते हैं जिससे कि मरीजो के सामने एक बड़ी समस्या बन जाती है | इस समय मौसम की मार के कारण टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू आदि के मरीज मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में भारी संख्या में आ रहे है गरीब व निम्न वर्ग के आदमी अधिकतर पैसे की तंगी को लेकर सरकारी अस्पतालों का सहारा ले रहे हैं लेकिन सरकारी अस्पताल के अधिकारी व कर्मचारियों का मरीजो की तरफ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है और सरकारी दवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है और उनको बाहर की दवा लिख दी जाती है जिससे कि मरीजों को बाहर की दवा खरीदनी पड़ रही है |
वहीं मरीजों ने बताया मेडिकल कॉलेज के आसपास कई एक पैथोलॉजी एवं मेडिकल की दुकानें हैं जिस पर हम लोगों को महंगी दवा खरीदनी पड़ रही है और सरकारी अस्पताल से पूर्ण रूप से हम लोगों को दवा नहीं दी जा रही है जिस कारण हम लोगों को मजबूरी वश प्राइवेट मेडिकल से दवा लेनी पड़ रही है | और इस तरफ विभाग के उच्च अधिकारी का ध्यान नहीं है | और कमीशन के चक्कर में चिकित्सक लोग प्राइवेट दवा लिख रहे हैं |
वहीं मरीजों ने बताया अगर हम लोगों के पास पर्याप्त पैसा हो तो हम लोग सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए क्यों आए और हम लोग अपना इलाज प्राइवेट अस्पताल में ही करवा ले |

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