स्विट्जरलैंड में एक महिला की मौत के बवाल शुरू हो गया है। इस महिला की मौत ‘सुसाइड पॉड’ में हुई। उसने खुद मौत का बटन दबाया। अब 64 साल की इस महिला की आखिरी तस्वीर भी सामने आई है। तस्वीर के खींचे जाने के कुछ ही समय बाद ही दो बच्चों की मां ‘सुसाइड पॉड’ के अंदर चली गई थी। इसके बाद वह रोबोट की आवाज का इंतजार करने लगी। जिसमें उसने आवाज सुनी- ”अगर तुम मरना चाहती हो, तो यह बटन दबाओ।” उसके बाद महिला ने मौत का बटन दबाकर जीवन लीला खत्म कर ली।
महिला से पूछे गए तीन सवाल
स्विट्जरलैंड के सुदूर जंगल में ये महिला आखिरी बार देखी गई। वह एक कैप्सूलनुमा सुसाइड पॉड में चढ़ गई। अंदर जाने के बाद उसे एक कोड दिया गया। फिर उसका ढक्कन बंद हो गया। अंदर जाने के बाद महिला से तीन सवाल पूछे गए- ‘तुम कौन हो?’, ‘तुम कहां हो?’ और ‘क्या तुम जानती हो कि यदि तुम बटन दबाओगी तो क्या होगा?’
दो मिनट के भीतर हो गई बेहोश
महिला ने इसका हां में जवाब दिया। फिर उसे लास्ट बार याद दिलाया गया कि अगर उसने बटन दबाया तो क्या होगा। इसके साथ ही बताया गया कि पीछे मुड़कर नहीं देखा जा सकेगा। महिला ने बिना किसी हिचकिचाहट के ऐसा किया। कुछ ही देर बाद सुसाइड पॉड नाइट्रोजन से भर गया। जिससे ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। महिला दो मिनट के भीतर ही बेहोश हो गई। फिर पांच मिनट के अंदर उसे मृत घोषित कर दिया गया। ‘द सरको’ के नाम से जाना जाने वाला ‘सुसाइड पॉड’ 8 जुलाई, 2024 को नीदरलैंड के रोटरडैम में देखा गया था।
थ्री डी प्रिंटर का उपयोग करके बनाया गया
वह महिला सीरियस इम्यून डिसऑर्डर से पीड़ित थी। इस वजह से महिला को काफी पेन होता था। वह ‘सुसाइड कैप्सूल’ का उपयोग करने वाली पहली महिला है। सरको का आविष्कारक आस्ट्रेलिया में जन्मे फिलिप नित्शके ने किया है। अब नीदरलैंड में रहते हैं। इस उपकरण को 3डी प्रिंटर का उपयोग करके बनाया गया था। इसका डिजाइन अंतरिक्ष यान जैसा बनाया गया है।
कानूनी मान्यता
स्विटजरलैंड में कुछ परिस्थितियों में सहायता प्राप्त मृत्यु कानूनी है, लेकिन एक जंगल में घटी इस घटना ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में द लास्ट रिजॉर्ट के सह-अध्यक्ष डॉ. फ्लोरियन विलेट सहित चार लोगों को आत्महत्या में सहायता करने और उकसाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। स्विट्जरलैंड उन कुछ देशों में से एक है, जहां कोई व्यक्ति कानूनी रूप से अपना जीवन समाप्त कर सकता है, बशर्ते कि कोई ‘बाहरी सहायता’ न हो। हालांकि लास्ट रिजॉर्ट ने पहले भी इस बात पर जोर दिया था कि उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा।