सभा में दिखा भारी आक्रोश, बेटियों ने ली बढ़-चढ़कर हिस्सा : राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन
न्यूजलाइन नेटवर्क, मुंगेली ब्यूरो
मुंगेली : ज्ञात हो कि विगत चार महीनों से बंगलादेश में रह रहे हिंदुओं पर कट्टरपंथियों द्वारा लगातार हिंसा, लूटपाट ,अनाचार व आगजनी की घटनाएं कारित की जा रही हैं,जिनको लेकर सम्पूर्ण भारत में आक्रोश व्याप्त है व आज सर्व हिंदू समाज द्वारा देशव्यापी आक्रोश रैली व भारत सरकार को ज्ञापन सौंप अंतरराष्ट्रीय हिंसा के विरुद्ध दबाव बना एक नीति स्थापित करने हेतु आग्रह करना था।
बता दें कि उक्त आयोजन पूरे देश भर में ज़िला स्तर पर आयोजित किया गया है जिसके तहत छत्तीसगढ़ प्रांत के मुंगेली जिले में भी हिंदू धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच के तत्वावधान में बांग्लादेशी हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में मुंगेली में एक विशाल आक्रोश रैली का आयोजन किया गया।इस रैली का उद्देश्य भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित करना और पीड़ित समुदायों के लिए न्याय सुनिश्चित करना था।
रैली की शुरुआत पडाव चौक से हुई, जो गोल बाजार, पुराने बस स्टैंड, और दाऊपारा चौक में जाकर ज्ञापन सौंपने के बाद संपन्न हुई।
हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने “बांग्लादेशी हिंदुओं को न्याय दो” जैसे नारों के साथ अपना आक्रोश प्रकट किया।
पडावचौक पर आयोजित जनसभा में वक्ताओं ने इस मुद्दे पर अपनी चिंता और समाधान के सुझाव व्यक्त किए।
जिनमें प्रमुख वक्ताओं ने सभा में अपने विचार रखे जिसमें सबसे पहले भैया लाल परिहार जिला संयोजक हिंदू धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच ने कहा”यह समस्या केवल बांग्लादेश तक सीमित नहीं है। हमें संगठित होकर इन घटनाओं का विरोध करना होगा।”
बंटी मक्कड़ (सिख समाज, जिला अध्यक्ष ने कहा कि “हिंदू समाज की एकजुटता ही हमारी शक्ति है। हमें बांग्लादेश में हो रही इस हिंसा के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना होगा।”
महंत श्री राधेश्याम दास राम जानकी मंदिर, श्वेतगंगा “जातिवाद को त्यागकर हिंदू समाज को संगठित होना होगा। यही एकता हमें ऐसी हिंसाओं से बचा सकती है।”
अरविंद वैष्णव,वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि “भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाना चाहिए और इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहिए।”
हरिकिशन कुर्रे ने कहा कि”भारत में हिंदू समाज को जातिगत भेदभाव छोड़कर एकता कायम करनी होगी।”
नरेश अग्रवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि”यह हिंसा मानवता के लिए एक गंभीर संकट है। इसे रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई होनी चाहिए।”
शिवकुमार बंजारा ने कहा कि “बांग्लादेश में हो रही घटनाएं हमें एकजुट होने का संदेश देती हैं। केवल एकता ही हमारी संस्कृति और धर्म की रक्षा कर सकती है।”
गायत्री प्रसाद साहू ने कहा कि”हिंसा का कोई स्थान नहीं है। बांग्लादेश सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।”
सभा के बाद रैली के अंत में मंच की ओर से दाऊपारा में कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में संयुक्त कलेक्टर अजय शतरंज जी को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के नाम एक ज्ञापन दिया गया। इसमें बांग्लादेश सरकार से हिंसा पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही, इस विषय को वैश्विक मंचों पर उठाने और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रमुखता दिलाने की अपील की गई।
इस आयोजन में मुंगेली के प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने सदस्य महंत राधेश्याम महाराज
भैया लाल सिंह परिहार ,नरेश अग्रवाल ,जेठमल कोटाडिया,रमेश कुलमित्र , पुहुप राम साहू, संदीप ताम्रकार दिनेश सोनी ,आकाश परिहार , राजकुमार कश्यप , राम अवतार साहू, मोहन साहू,प्रकाश संतवानी , ब्रह्मदत्त त्रिपाठी , लेखु साहू , प्रवीण वैष्णव , शिवकुमार बंजारे, दिनेश सोनी ,यशवंत सिंह , पद्मराज सिंह , जय सिंह राजपूत, संजय सिंह , पूनम सिंह, डोमन दीक्षित , शेषपाल बैश ,रोशन पेंढारकर, दुखू साहू, मनोज मिश्रा ,अरविंद वैष्णव शिवकुमार बंजारा ,आकाश सोनी , खेमेश्वर पुरी गोस्वामी, गणेश साहू, जितेंद्र सिंह,तरुण किशोर ,संजय गोस्वामी,राजू पाठक , प्रदुम्न तिवारी, प्रभाकर सिंह दीपक सोनकर , योगानंद साहू , लव सिंह, बंटी मक्कड़ , नोहर साहू ,मोहन भोजवानी ,जवाहर कुंभकार ब्रजेश मिश्रा , दीपक सोनकर , अमन यादव ,अमन सिंह , रामावतार साहू, पुरषोत्तम जायसवाल , संतोष जायसवाल , राजेश सिंह, दिलीप साहू, अतुल साहू , मनीष वैष्णव ,प्रवीण सोनी , रामकिंकर सिंह , सत्तू सिंह व समस्त समाजसेवी व भारी संख्या में माताओं-बहनों की विशेष भूमिका रही।
हिंदू धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच ने संकल्प लिया कि बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता।