अवैध निर्माण पर प्रशासन की सख्ती: अतिक्रमण हटाओ अभियान ने दोबारा पकड़ी रफ्तार
जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर में कई दिनों से रुका हुआ अतिक्रमण हटाओ अभियान मंगलवार को फिर से जोर-शोर से शुरू हो गया। लंबे समय से रुके इस अभियान में नगर पालिका का बुलडोजर संभल गेट क्षेत्र में गरजता दिखा। अभियान के तहत नाले के ऊपर बने अवैध निर्माण, कॉलेज गेट, दुकानें और स्लैब को हटाया गया। बुलडोजर की कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई। कई दुकानदार और स्थानीय लोग बुलडोजर की गूंज सुनते ही खुद अपने अतिक्रमण हटाने में जुट गए।
संभल गेट पर बुलडोजर की गूंज
संभल गेट पर अभियान के तहत नाले पर बने बीएमजी इंटर कॉलेज का गेट और तीन दुकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। इसके अलावा नाले के ऊपर बने स्लैब और दुकानों के अवैध हिस्सों को भी हटाया गया। नगर पालिका कर्मचारियों ने अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी दी कि यदि दोबारा अवैध निर्माण किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी कलेक्टर की अगुवाई में अभियान
इस अभियान का नेतृत्व डिप्टी कलेक्टर विनय कुमार मिश्रा ने किया। उनके साथ नगर पालिका के अधिकारी, पुलिस बल और पीएससी के जवान मौजूद थे। जिलाधिकारी भी अभियान की निगरानी कर रहे थे। नगर पालिका की जमीन, नाले और फुटपाथ पर हुए अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से हटाया गया।
डिप्टी कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि अवैध कब्जों को हटाने के लिए अभियान जारी रहेगा। उन्होंने दुकानदारों को चेतावनी दी कि जुर्माने और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए वे खुद ही अपने अतिक्रमण हटा लें।
अचानक शुरू हुआ अभियान, शहर में हलचल
इस अभियान ने 16 दिनों के विराम के बाद अचानक रफ्तार पकड़ी, जिससे पूरे शहर में हलचल मच गई। अभियान पहले लगातार चल रहा था, लेकिन डिप्टी कलेक्टर की कुंभ मेले में ड्यूटी के कारण इसे कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। अब जिलाधिकारी के निर्देश पर इसे फिर से शुरू किया गया है।
फुटपाथ और दुकानों को खाली करने की प्रक्रिया
अभियान के दौरान अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें और फुटपाथ खाली करते नजर आए। कई व्यापारियों ने अपने सामान को अंदर समेट लिया, जबकि कुछ खुद ही स्लैब और अवैध हिस्सों को तोड़ने में जुट गए। नगर पालिका ने फीतों की मदद से दुकानों और मकानों के अवैध हिस्सों को चिन्हित कर लिया है।
फव्वारा चौक के दुकानदारों को राहत
फव्वारा चौक पर भी नगर पालिका का बुलडोजर चला, जहां नाले के ऊपर बनी कई दुकानों के हिस्सों को अवैध अतिक्रमण में तोड़ दिया गया। इससे प्रभावित दुकानदारों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्याएं साझा कीं। जिलाधिकारी ने उनकी शिकायत पर ध्यान देते हुए नगर पालिका की खाली जमीन पर तीन फुट तक दुकानें बढ़ाने की अनुमति दी। इस फैसले से दुकानदारों को राहत मिली और उन्होंने तुरंत दुकानें दोबारा बनानी शुरू कर दीं।
विरोध के बावजूद अभियान जारी
कार्रवाई के दौरान कई जगहों पर स्थानीय लोगों और व्यापारियों की ओर से विरोध के प्रयास हुए। हालांकि, डिप्टी कलेक्टर की सख्ती और भारी जुर्माने के डर से विरोध करने वालों की संख्या सीमित रही।
प्रशासन की कड़ी चेतावनी
अभियान के दौरान नगर पालिका के अधिकारियों ने साफ किया कि अवैध निर्माणकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जो लोग दोबारा अतिक्रमण करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अभियान में मौजूद प्रशासनिक टीम
इस अभियान में नगर पालिका ईओ कृष्ण कुमार सोनकर, लेखपाल दानवीर, जलकल जेई अनुज कुमार, राजू, ऋषभ, अवनेश कुमार, अरविंद कुमार और अन्य कर्मचारी शामिल थे। पुलिस और पीएससी के जवान भी मौके पर मौजूद रहे, ताकि अभियान के दौरान शांति बनी रहे।
नगर में अचानक फिर से शुरू हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान ने अवैध निर्माण करने वालों में दहशत फैला दी है। प्रशासन की सख्ती से शहर में एक बार फिर से नियम और अनुशासन लागू करने की कोशिश हो रही है। यह अभियान बताता है कि अतिक्रमणकारियों को अब सतर्क रहना होगा, क्योंकि प्रशासन किसी भी कीमत पर अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करेगा।