दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर: आर्यमान बिड़ला की प्रेरणादायक कहानी
जब हम भारत या दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों का जिक्र करते हैं, तो सबसे पहले विराट कोहली का नाम जहन में आता है। कोहली, अपनी ब्रांड वैल्यू, क्रिकेट में योगदान और विज्ञापन करारों के चलते एक बड़ी संपत्ति के मालिक हैं। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कोहली दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर नहीं हैं। दरअसल, यह खिताब एक और भारतीय खिलाड़ी, आर्यमान बिड़ला, के नाम है।
आर्यमान बिड़ला न केवल एक क्रिकेटर हैं, बल्कि देश के प्रतिष्ठित आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे भी हैं। उनके नाम के साथ जुड़ी संपत्ति, व्यावसायिक उपलब्धियां और क्रिकेट में योगदान उन्हें सबसे अमीर क्रिकेटरों की सूची में शीर्ष पर लाती हैं।
आर्यमान बिड़ला का क्रिकेट करियर
आर्यमान ने घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने नवंबर 2017 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और मध्य प्रदेश की ओर से खेले। अपने छोटे करियर में उन्होंने 9 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 414 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
उनका लिस्ट ए क्रिकेट करियर भी कम समय तक ही रहा। उन्होंने 4 लिस्ट ए मैच खेले। आर्यमान ने 2018 में हैदराबाद के खिलाफ लिस्ट ए क्रिकेट में डेब्यू किया। इसी साल उन्होंने अपना आखिरी लिस्ट ए मैच सौराष्ट्र के खिलाफ खेला।
आर्यमान को 2018 के IPL ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने 30 लाख रुपये में खरीदा। वह अगले दो सीजन तक राजस्थान रॉयल्स की टीम के साथ रहे। हालांकि, उन्हें आईपीएल में कभी डेब्यू करने का मौका नहीं मिला। नवंबर 2019 में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें रिलीज कर दिया।
दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर
आर्यमान भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाए, लेकिन उनकी संपत्ति उन्हें क्रिकेट जगत में सबसे अमीर बनाती है। उनकी नेटवर्थ लगभग 70,000 करोड़ रुपये है। यह संपत्ति क्रिकेट से नहीं, बल्कि उनके पारिवारिक व्यवसाय से आई है।
2023 में आर्यमान को आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। इसके अलावा, वह बिड़ला ग्रुप के बोर्ड के सदस्य भी हैं। अपने परिवार के व्यापारिक साम्राज्य में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए उन्होंने क्रिकेट से समय से पहले संन्यास ले लिया।
22 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास
आर्यमान बिड़ला ने 22 साल की छोटी उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया। नवंबर 2017 में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और जनवरी 2019 में अपना आखिरी मैच खेला। क्रिकेट छोड़ने के बाद उन्होंने पूरी तरह से अपने परिवार के व्यवसाय की जिम्मेदारी संभालने पर ध्यान केंद्रित किया।
आर्यमान के क्रिकेट करियर में भले ही सीमित उपलब्धियां रही हों, लेकिन उन्होंने खेल के मैदान पर भी अपनी पहचान बनाई। वह एक बेहतरीन ऑलराउंडर माने जाते थे और भविष्य के स्टार खिलाड़ी के रूप में देखे जाते थे।
क्रिकेट से बिजनेस की ओर सफर
आर्यमान का बिजनेस करियर उनकी असाधारण संपत्ति का मुख्य स्रोत है। वह न केवल बिड़ला ग्रुप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि नए-नए व्यापारिक क्षेत्रों में भी कदम रख रहे हैं। उनके नेतृत्व में, आदित्य बिड़ला ग्रुप नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
आर्यमान की कहानी सिर्फ एक अमीर परिवार के उत्तराधिकारी की नहीं है, बल्कि यह बताती है कि कैसे किसी व्यक्ति का जुनून और मेहनत उसे हर क्षेत्र में आगे ले जा सकता है। उनकी क्रिकेट से बिजनेस तक की यात्रा युवाओं के लिए प्रेरणा है।