NASA की नई खोज: बिग बैंग के बाद की 600 करोड़ साल पुरानी रहस्यमयी गैलेक्सी ‘फायरफ्लाई स्पार्कल’ से उठाया पर्दा!

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने खोजा ‘फायरफ्लाई स्पार्कल’ गैलेक्सी: ब्रह्मांड के शुरुआती रहस्यों की झलक

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने ब्रह्मांड के प्रारंभिक काल की एक अद्वितीय गैलेक्सी, जिसे ‘फायरफ्लाई स्पार्कल’ नाम दिया गया है, का पता लगाया है। यह गैलेक्सी लगभग 60 करोड़ साल बाद अस्तित्व में आई थी जब ब्रह्मांड का जन्म हुआ था। 11 दिसंबर, 2024 को नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, फायरफ्लाई स्पार्कल का द्रव्यमान उसी अवस्था में हमारी आकाशगंगा (मिल्की वे) के समान है, जब वह अपने विकास के शुरुआती चरण में थी।

यह खोज खगोलविदों को प्रारंभिक ब्रह्मांड के रहस्यों को बेहतर तरीके से समझने में मदद करती है। विशेष बात यह है कि इस गैलेक्सी का आकार और संरचना अन्य गैलेक्सियों से अलग है जो इस समय अवधि में खोजी गई हैं। यह गैलेक्सी आकार में अपेक्षाकृत छोटी है जबकि आमतौर पर इस समय के गैलेक्सी बड़े आकार के पाए गए हैं।

‘फायरफ्लाई स्पार्कल’ गैलेक्सी की अनोखी विशेषताएं

फायरफ्लाई स्पार्कल गैलेक्सी को इसकी अनूठी संरचना और सक्रिय स्टार क्लस्टर्स (तारकीय समूहों) के लिए जाना गया है। शोधकर्ताओं ने गैलेक्सी में 10 अलग-अलग सक्रिय स्टार क्लस्टर्स की पहचान की है। ये तारकीय समूह क्रमिक रूप से तारों का निर्माण करते हैं, न कि एक साथ, जो इसे अन्य गैलेक्सियों से अलग बनाता है।

इस गैलेक्सी की छवि लंबी, फैली हुई (आर्क) संरचना की तरह दिखती है। इसकी वजह है ग्रैविटेशनल लेंसिंग—एक खगोलीय घटना जिसमें अग्रभूमि में मौजूद बड़े पैमाने की गैलेक्सी या गैलेक्सी क्लस्टर की गुरुत्वाकर्षण शक्ति, प्रकाश को मोड़ देती है।

क्रिस विलॉट, जो कनाडा के हर्ज़बर्ग एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स रिसर्च सेंटर के प्रधान अन्वेषक हैं, ने बताया कि जेम्स वेब टेलीस्कोप के उच्च-गुणवत्ता वाले डेटा ने इस गैलेक्सी के भीतर स्टार क्लस्टर्स का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “प्रत्येक क्लस्टर विकास के अलग-अलग चरणों में है, जो इसे अध्ययन के लिए और भी रोचक बनाता है।”

ग्रैविटेशनल लेंसिंग: गैलेक्सी की खोज में अहम योगदान

ग्रैविटेशनल लेंसिंग ने इस गैलेक्सी के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह प्रभाव तब होता है जब बड़े पैमाने की गैलेक्सी क्लस्टर की गुरुत्वाकर्षण शक्ति प्रकाश को इस प्रकार मोड़ देती है कि वह देखने योग्य हो जाता है।

नेचर जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना न केवल फायरफ्लाई स्पार्कल को उजागर करने में सहायक थी, बल्कि खगोलविदों को इसके घटकों को गहराई से समझने का अवसर भी प्रदान किया। वेल्सली कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर लमिया मावला ने कहा, “यदि ग्रैविटेशनल लेंसिंग का यह प्रभाव न होता, तो इस प्रारंभिक गैलेक्सी की इतनी बारीकी से पहचान करना संभव नहीं होता। यह घटना हमें उन गहराइयों तक पहुंचने का अवसर देती है, जो सामान्य परिस्थितियों में संभव नहीं हो पाता।”

गैलेक्सी के पड़ोसी और विकास पर प्रभाव

फायरफ्लाई स्पार्कल गैलेक्सी के पास दो अन्य गैलेक्सियां भी हैं, जो इससे क्रमशः 6,500 और 42,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित हैं। इन गैलेक्सियों के साथ होने वाली संभावित विलय प्रक्रियाएं (मर्जर) भविष्य में फायरफ्लाई स्पार्कल के विकास को प्रभावित कर सकती हैं।

क्योटो यूनिवर्सिटी के डॉक्टोरल छात्र योशिहिसा असादा के अनुसार, “इन पड़ोसी गैलेक्सियों के साथ परस्पर क्रिया के माध्यम से फायरफ्लाई स्पार्कल का द्रव्यमान बढ़ सकता है। इस तरह के विलय से गैलेक्सी की संरचना और तारकीय निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।”

CANUCS प्रोग्राम: ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का प्रयास

यह खोज जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के CAnadian NIRISS Unbiased Cluster Survey (CANUCS) कार्यक्रम का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्रह्मांड के प्रारंभिक वर्षों में गैलेक्सियों और अन्य खगोलीय संरचनाओं का अध्ययन करना है।

यह कार्यक्रम खगोलविदों को ब्रह्मांड के उस कालखंड की बेहतर समझ प्रदान करता है, जब तारों और गैलेक्सियों का निर्माण प्रारंभ हुआ था। फायरफ्लाई स्पार्कल जैसी गैलेक्सियां न केवल इस कालखंड की जटिलताओं को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में गैलेक्सियों का विकास कैसे हुआ।

भविष्य की खोजों के लिए मार्ग प्रशस्त

फायरफ्लाई स्पार्कल जैसी खोजें ब्रह्मांड के जन्म और विकास के बारे में नई जानकारियां देने में सहायक होती हैं। यह गैलेक्सी ब्रह्मांड के प्रारंभिक काल की एक झलक पेश करती है और यह समझने में मदद करती है कि प्रारंभिक गैलेक्सियों ने अपनी संरचना और तारों का निर्माण कैसे किया।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप जैसे उन्नत उपकरणों के माध्यम से आने वाले वर्षों में खगोलविद ब्रह्मांड के और भी गहरे रहस्यों का अनावरण कर सकते हैं।

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