सिंगरौली/मध्य प्रदेश। लगातार मिल रही पराजय तथा देश भर में मिल रही अस्वीकार्यता से पूरी की पूरी कांग्रेस पार्टी अवसाद में चली गई है जिस कारण कांग्रेस के नेता बाबा साहब का नाम आगे करके अपनी खीझ संसद भवन मे निकाल रहे हैं, ऐसा कहना है भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता का। जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेताओं का हाल खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे वाला हो गया है। आज पूरे देश में कांग्रेस के कुकर्मों का पर्दा फाश हो गया है और पूरे देश की जनता ने इनको नकार दिया है यहां तक कि उनके इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने भी उनको नकार दिया है जिस कारण पूरी कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है और उल्टी सीधी हरकतें कर खुद अपना माखौल जनता से उड़वा रही है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि संविधान निर्मात्री समिति का प्रमुख रहते हुवे भी बाबा साहब आंबेडकर का नेहरू ने कई बार अपमान किया बाबा साहब संसद में न पहुंचे इसका पूरा श्रेय नेहरू को ही जाता है नेहरू ने बाबा साहब को लगातार दो बार चुनाव हरवाया और बाबा साहब को संसद में नहीं पहुंचने दिया। आजादी के 70 के बाद भी कांग्रेस ने संसद भवन के प्रांगण में संविधान निर्माता की प्रतिमा नहीं लगने दी और ये लोग आज बाबा साहब के नाम पर दलित तुष्टिकरण का प्रयास कर रहे हैं। संसद भवन में जिस प्रकार राहुल गांधी ने गुंडागर्दी करते हुवे दलित सांसदों को चोट पहुंचाई वो उनकी घृणित मानसिकता का प्रतीक है।
जिलाध्यक्ष ने कहा बाबा साहब को सच्चा सम्मान भारतीय जनता पार्टी ने दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहब से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया, संसद भवन में उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित कराई, पाठ्यक्रमों में उनके योगदान को जोड़ा गया तथा उनके बताए सिद्धांतों को अमल में ला कर अनुसूचित वर्ग को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है। जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि समाज के कमजोर वर्ग के व्यक्ति को मुख्य धारा में लाना ही अंबेडकर जी का सिद्धांत था जिसका शत प्रतिशत पालन भारतीय जनता पार्टी कर रही है। गरीब वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण देकर भाजपा ने वही काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के वो पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने दलितों एवं सफाईकर्मियों के पांव धोकर उनका सम्मान किया और उनके उत्थान के लिए की योजनाएं चलाईं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का दलित और अंबेडकर प्रेम केवल दिखावा मात्र है उसमें तनिक भी सच्चाई नहीं है।