न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी
चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली जिले के चितरंगी विकासखंड के संकुल लमसरई अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय अकला की एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जो बच्चों की सुरक्षा और शिक्षकों की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़ा करती है। आपको बता दें प्राथमिक विद्यालय अकला जब पत्रकार साथी सुबह 11:34 बजे पर विद्यालय में पहुंचे तो शिक्षक नदारत मिले बच्चे अनाथ की तरह खेल रहे थे। शिक्षक बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक विद्यालय से गायब हो गए। जिसके बाद बच्चों को विद्यालय में अकेला छोड़ दिया गया। इस लापरवाही से बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है।
“यह घटना उस समय सामने आई जब विद्यालय का मुख्य शिक्षक बिना किसी सूचना के विद्यालय से गायब हो गया। बच्चों को अपने स्कूल के कक्षाओं में अकेला छोड़ दिया गया। और किसी भी प्रकार की निगरानी के बिना वे कुछ देर तक बिना किसी मार्गदर्शन के वहाँ रहे।”जब शिक्षक महोदय से दोपहर 2:00 बजे पत्रकार ने फोन पर बात की तो उनके द्वारा बताया गया कि मैं कुछ दस्तावेज लेने बच्चो के घर गया था। अब विद्यालय का काम है तो विद्यालय के ही समय में करेंगे। तो फिर पत्रकार द्वारा पूछा गया कि अभी आप कहा है तो शिक्षक के द्वारा बोला गया कि अभी मैं संकुल से जा रहा हूं विद्यालय।
अगर देखा जाए तो शिक्षक को किसी भी प्रकार की कार्यवाही का डर नहीं। पूरा दिन विद्यालय छोड़ कर गायब है। “सवाल यह उठता है कि आखिर शिक्षक बच्चों को छोड़कर कैसे जा सकते हैं। जबकि उनकी जिम्मेदारी बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई सुनिश्चित करना है। अगर कोई अप्रिय घटना घट जाती। तो इसका जिम्मेदार कौन होता?””शिक्षक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों को कोई नुकसान न हो।” “शिक्षकों का कर्तव्य है कि वे बच्चों के साथ रहें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। इस तरह की लापरवाही न केवल बच्चों के लिए खतरा बन सकती है। बल्कि यह शिक्षक के पेशे की गरिमा को भी आहत करती है।”
यह घटना एक बड़ा सवाल उठाती है। खासकर तब जब बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीधे तौर पर शिक्षकों पर होती है। इस लापरवाही की जांच होनी चाहिए और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।