खनहना बार्डर से गोरबी बस्ती तक उत्तरी भाग में नया मोरवा बनाने की मांग।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। शनिवार को सिंगरौली पुर्नवास मंच सेवा समिति के अध्यक्ष द्वारा मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास, संसदीय कार्य विभाग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को सिंगरौली आगमन के दौरान मोरवा क्षेत्र के विस्थापन एवं पुर्नस्थापना के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें बताया गया है कि एन.सी.एल. के द्वारा सिंगरौली नगर निगम मोरवा क्षेत्र के 06 वार्डों का अधिग्रहण कार्यवाही की जा रही है।
नगर निगम के वार्ड क्र. 03, 04, 05, 07, 08, 09 एवं वार्ड क्र. 10 का विलोपन होने से नगर निगम के अस्तित्व पर भी एक व्यापक प्रभाव पड़ेगा। मोरवा क्षेत्र का यह विस्थापन एशिया का सबसे बड़ा विस्थापन होने जा रहा है। इस विस्थापन से मोरवा के आवासीय कालोनी के साथ-साथ छोटे – बड़े व्यवसाय एवं उक्त प्रतिष्ठानों में कार्य कर रहे लोगो के सामने एक भारी संकट आ जायेगा। एन.सी.एल. द्वारा आवासीय पक्के एवं कच्चे मकान एवं दुकानों के विस्थापन से निश्चित रूप में एक मुआवजा राशि मिलेगी। किन्तु लगभग 50 प्रतिशत व्यापारी वर्ग जो किराये के भवन में अपनी दुकाने संचालित कर अपना जीवन यापन करते है उनका क्या होगा, यह एक कठिन प्रश्न है?
नगर निगम के उप कार्यालय मोरवा का भी अस्तित्व खतरे में है और नगर निगम अभी तक मूक दर्शक बना हुआ है। क्षेत्र के विस्थापितों हेतु व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने के लिये कोई ठोस योजना प्रस्तावित नही है। मोरवा में दिन प्रतिदिन व्यवसायिक गतिविधियाँ धीमी पड़ती जा रही है। नगर निगम के आय के साधन जैसे आवासीय प्लाट, भवन, प्लाजा मार्केट में निर्मित दुकाने, सामुदायिक भवन, विद्यालय महाविद्यालय, अस्पताल, मंदिर, गुरुद्वारा, गिरिजाघर, मस्जिद इत्यादि सभी विस्थापन के पश्चात विलोपित हो जायेगे। नगर निगम को अपना अस्तित्व बचाने एवं अपनी आय में वृद्धि के दृष्टीकोण से भी आगे बढ़कर जनहित में विभिन्न कार्य योजना प्रस्तावित करना चाहिये एवं मोरवा क्षेत्र के बचे हुये वार्डों का क्षेत्र विस्तार तथा खनहना बार्डर से गोरबी बस्ती तक राष्ट्रीय राजमार्ग एन. एच.- 39 के उत्तरीय भाग के एक बड़े क्षेत्र को विकसित कर नया मोरवा बसाये जाने का दृढ़ व सार्थक प्रयास किया जाना चाहिये, जिससे की उक्त विलोपित वार्डों का पुनः सृजन हो सके व नगर निगम के वैधानिक अस्तित्व पर कोई संकट नही आएगा।