72 घण्टे से जारी पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 2 और वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद साथ में एके 47 रायफल एवं अन्य हथियार बरामद

न्यूजलाइन नेटवर्क , स्टेट ब्यूरो

रायपुर : मुठभेड़ में दिनांक 19.01.2025 से जारी अभियान में अब तक 16 नक्सलियों के शव एवं 17 आटोमेटिक / अन्य हथियार बरामद। नक्सलियों द्वारा लगाये गये 2 दर्जन से अधिक आईईडी जिससे ग्रामीणों को गंभीर रूप से नुकसान होने की पूर्ण संभावना थी, जिसको सुरक्षा बलों द्वारा गंभीर जोखिम उठाते हुये निष्क्रिय किया गया।
जिला गरियाबंद में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है, जो पिछले 72 घंटे से लगातार जारी है।

इसी तारतम्य में जिला गरियाबंद के थाना मैनपुर कुल्हाडीघाट भालूडीग्गी पहाड़ी के आस-पास क्षेत्र में उडिसा स्टेट कमेटी के धमतरी – गरियाबंद – नुआपाड़ा डिवीजन के अंतर्गत एस०डी०के० एरिया कमेटी एवं इंदागांव एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर पर ई-30 गरियाबंद ( जिला बल गरियाबंद ), एसटीएफ, कोबरा-207, सीआरपीएफ-65 एवं 211 बटालियन की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान सूचना स्थल की ओर नक्सली गस्त सर्चिंग हेतु रवाना हुए थे।

अभियान के दौरान दिनांक 22.01.2025 के कुल्हाडीघाट भालूडिग्गी पहाड़ी ( उडिसा सीमा से 10 कि. मी. अंदर) नक्सलियों द्वारा घात लगाकर सुरक्षा बलों को जान से मारने व हथियार लूटने के नीयत से अंधाधुंध फायरिंग करने लगे सुरक्षाबलों द्वारा भी यथा-स्थान पर पोजिशन लेकर आत्मरक्षार्थ में जवाबी कार्यवाही मे फायरिंग किया गया।

मुठभेड़ पश्चात घटना स्थल व आस-पास की एरिया में सर्चिंग करने पर घटनास्थल से आज दिनांक 22.1.2025 को 2 नक्सलियों के शव के साथ 1 एके 47 रायफल एवं एक अन्य हथियार बरामद किया गया है। इस प्रकार अब तक उकत अभियान में अब तक 16 नक्सलियों शव एवं 17 आटोमेटिक एवं अन्य हथियार बरामद किया जा चुका है।

आज दिनांक 22.1.2025 को मारे गये नक्सलियों का शव व बरामद सामाग्रियों को जिला मुख्यालय वापसी पश्चात उनकी पहचान एवं अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। वर्तमान में अभी भी मुठभेड़ जारी है।
माओवादियों द्वारा घटना स्थल के चारो तरफ ग्रामीणों के जान-माल की हानि करने एवं सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नियत से 2 दर्जन से अधिक आईईडी प्लांट किया गया था।

सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा के पूरे मानको का पालन करते हुये सर्वप्रथम जंगल एवं पहाडी में चारो ओर बिछाये गये आईईडी को सुरक्षात्मक तरीके से ढूंढा गया। तत्पश्चात बीडीएस टीम के माध्यम से आईईडी को निष्क्रिय किया गया है। जिससे आम ग्रामीणों एवं सुरक्षा बलों को नुकसान होने से बचाया गया है।
समाचार लिखे जाने तक अभियान लगातार जारी है।

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