एजाज़ अहमद ब्यूरो चीफ न्यूज लाईन नेटवर्क भदोही

उत्तर प्रदेश के भदोही से बीजेपी के बड़े राजनीतिक नेता आशीष सिंह भंगेल की तरफ से सभी देश वासियों प्रदेश वासियों भदोही वासियों को होली और रमज़ान माह की ढेरों शुभकामनाएं
वर्तमान समय में यूपी में बीजेपी की सरकार है अर्थात् यूं कहना तर्क संगत है कि यही सनातन युग चल रहा है
अभी उत्तर प्रदेश की सरकार के मुखिया बाबा जी ने पूरी दुनिया को प्रयागराज में होने वाले अमृत कुंभ के दर्शन करवाएं है जिसकी खूबसूरती की चर्चा पूरी दुनिया में हो रहा है और इस अमृत कुंभ को इतिहास में दर्ज होना चाहिए
इस अमृत कुंभ में आने वालों की भीड़ इतनी ज्यादा थी की इंसानों के कल्पना से बाहर की बात थी
प्रयागराज में स्थित गंगा ,यमुना, सरस्वती जैसी पवित्र स्थल के दर्शान कर तथा उसमें स्नान करने वाले सनातनियों को तो जैसे मोक्छ ही प्राप्त हो गए हों
प्रयागराज में होने वाले अमृत कुंभ /महा कुंभ का इंतजाम इतना भव्यशाली रहा कि पहली बार देश वासियों के इलावा विदेशियों ने अपनी आंखों से रू बरु इतनी भीड़ को देखा
कि जितने उनके देश लोग रहते है या यूं कहे कि जितनी उनके देश की आबादी है उससे कही ज्यादा लोग इस प्रयाग राज संगम में एक जगह पर लोग इकठ्ठा हुए और स्नान स्नान किया
अनगिनत देश के लोगों ने इस देश के प्रयाग राज में अपने और अपने परिवार के साथ गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने आप को पवित्र महसूस किया
यह यूपी वासियों के लिए गर्व की बात है
कुंभ को बीते अभी कुछ दिन ही हरकी रमज़ान के महीने की शुरुआत हो हो गई
देश की सरकार के सामने एक बड़ा मसला आन खड़ा हुआ की
देश की सभी समुदायों में आपस में भाई चारा नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा आम जन मानस की सुरक्षा तथा समाजवादिता खंडित ना हो
और देश की आन बान शान बनी रहे उस संविधान की रक्षा करनी थी यह एक इम्तेहान की घड़ी थी
क्यों कि इसी रमजान माह में (होली ) जैसा पर्व जो वर्ष में एक बार आता है शुक्रवार के दिन मनाया जाना निश्चित हुआ था
और साथ में रमजान का पाक महीना भी चल रहा है
यूपी की सरकार को बदनाम करने के लिए कोई अराजक तत्व किसी हद तक भी जा सकते है
अराजक तत्वों का कोई धर्म तो होता नहीं के द्वारा सरकार को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है
जैसा कि उदाहरण के तौर पर हमे प्रयागराज में देखने को मिला
सब कुछ ठीक था फिर सब कुछ नुकसान में बदलने लगा प्रशंसा की जगह बदनामी ने ले लिया जब कि इतने करोड़ों के भीड़ में है ऐसा कुछ हो जाना कोई आश्चर्य वाली कोई बात नहीं है
भीड़ भी तो इतनी थी जिसकी संख्या कल्पना से बाहर की बात थी
शुक्रवार वाली नमाज़ का समय का बदलाव किया जाना जरूरी था
तो क्या इस हालत में मुस्लिम समुदाय अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पा रहा था ?
तो अंतरात्मा से आवाज़ आएगी कि नहीं
इसका एक सीधा सा जवाब है
बीजेपी सरकार के मुखिया भले ही अपने भाषणों में एक खास समुदाय को कुछ भी कहने में बिल्कुल भी ना हिचकते हों बल्कि कुछ लोग उस खास समुदाय पर कुर्सी की लालच में तंज कसने वालों की एक पूरी फ़ौज मौजूद है ऐसे लोगों को भी हमारी सरकार तथा प्रशासन के लोग कुछ ना कहते हों उनकी ऐसी हरकतों से एक खास समुदाय के दिलों में उनके परिवारों में एक अजीब किस्म का डर भय उनके मन में जन्म ले लेता है
परंतु उस खास समुदाय को इस बात पर ध्यान देना चाहिए
जिन से हमारा लाड प्यार ज़्यादा होता है
इनपर हमारा उतना अधिकार भी होता है
उदाहरण के तौर पर
जिन्हें हम ज़्यादा पसंद करते है हम हम उनकी भलाई उनकी सुरक्षा को लेकर उतनी ही फिक्र में होते है
वर्तमान में उदाहरण
अब होली पर्व को ही ले लीजिए योगी महाराज ने अगर अज़ान और नमाज़ समय में बदलाव नहीं किया होता तो क्या होता
पूरे देश दिन भर अशांति फैलने का डर और खौफ बना रहता शाम होते होते देश के किसी हिस्से में कोई अप्रिय घटना को सामने आने का खतरा बना रहता
सभी धर्मों के लोगों का आपस में आपसी सौधार्य बिगड़ने का डर
अगर अशांति फैलती तो हजारों लोगों पर बिला सबब
बे उजर मुकदमे में फंस जाने का डर
उस मुकदमे में फसने वाले लोगों की जिंदगी उनका परिवार उनका व्यापार उनकी इज्जत सब कुछ उनकी आंखों के सामने बर्बाद हो जाने का डर
सरकारी वाहनों को आगजनी में झोंके जाने तथा हजारों दुकानें में मौत का तांडव खेले जाने का डर
शिक्षा पर बुरा असर व्यापार पर बुरा असर
उत्तर प्रदेश सरकार में मौजूद सब से बड़ी जिम्मेदार वाली पद पर आसीन एक एक बाबा जिसका पूरा नाम बाबा योगी आदित्यनाथ है के कड़े फैसलों ने कितने की जिंदगियां बदल दी हैं कितनो के घर बर्बाद होने से बचा लिए है कितनी बच्चियों और महिलाओं की इज़्ज़त बची हुई है
नहीं तो हर मुहल्ले में एक गुंडा होता था उसी मुहल्ले में एक छिनरI भी होता था जो सभी को परेशान करता था
जब से बाबा जी आएं है तब से लैला मजनूं गायब
गुंडा माफिया गायब भी गायब है
अब तो यूपी में हर मामलों में हर तरफ शांति ही शांति है
प्रशासन की सरकारी गाड़ियों में झुग्गी झोपड़ियों में आग लगने वाले , छोटी छोटी बातों पर दुकान की बोगियों में आग लगा देने वाले गायब हो गए यह सब तो पहले एक खेल था और अब एक सपना बन चुका है
यह योगी युग है रे भईया
यह योगी युग है
इस युग में जीना है
तो अच्छे से जान लो
योगी जी को फिर से
अच्छे से पहचान लो
अपने अपने धार्मिक गुरुओं को अपना अपना हाथ दिखा लो
अपना अपना भाग्य दिखा लो
यूपी में रहना है तो
बदलो अपनी नियत
अपनी अपनी गुंडा गर्दी खत्म कर
सम्भल जाओ तो अच्छा है
ये योगी युग है रे भईया
ये योगी युग है