न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी

चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली जिले के चितरंगी में सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत 06 मार्च 2025 को आवेदन देने वाले रामेश्वर प्रसाद बैस ने परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास चितरंगी, सतेंद्र सोंधिया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आवेदक को पावती देने में टालमटोल किया और जानकारी छुपाई। रामेश्वर का कहना है कि परियोजना अधिकारी द्वारा आंख मिचौली का खेल खेला गया, जिससे जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई और रामेश्वर प्रसाद बैस द्वारा बताया गया कि चितरंगी परियोजना अधिकारी सतेंद्र सोंधिया व परियोजना में बि.सी. के पद पर पदस्त प्रीतेश बैस जो कि अकला आंगनवाड़ी भानुमति देवी के बेटे है उनके द्वारा आंगनवाड़ी और साझा चूल्हा में संचालित समूह में हेरा फेरी किया गया है। रामेश्वर बैस का कहना है कि बिना किसी सूचना के समूह किसी दूसरे को दे दिया गया जो कि पूरी तरह गलत है।
सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में कई आंगनवाड़ी केंद्रों के ताले लंबे समय तक नहीं खुलते, और शिकायतों के बावजूद अधिकारी मामले को रफा-दफा कर देते हैं। यह स्थिति यह संकेत करती है कि परियोजना अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है।इसके अलावा, चितरंगी परियोजना अधिकारी और प्रीतेश बैस पर आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन में हेरा-फेरी का आरोप भी लगा है। केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत संचालित इन आंगनवाड़ी केंद्रों में बंदी के कारण कई बच्चे और महिलाएं पोषण आहार से वंचित रह जाते हैं। आधिकारिक रूप से अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी पर कई बार फोन करने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती, जिससे इस पूरे मामले में और भी रहस्य उत्पन्न हो रहा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इन आरोपों की जांच की जाएगी और क्या जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या भ्रष्टाचार का सिलसिला इसी तरह जारी रहेगा।