न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सोनभद्र/उत्तर प्रदेश। सिंगरौली मध्य प्रदेश स्थित नॉर्दन कोलफील्ड लिमिटेड के शक्तिनगर – सोनभद्र में स्थित खड़िया परियोजना (कोयला खदान) में कार्यरत ठेका कंपनी कालिंग एक बार फिर विवादों में घिर गई है। मजदूरों और विस्थापितों का आरोप है कि कंपनी मनमाने ढंग से संचालन कर रही है और नौकरी के नाम पर मोटी रकम की वसूली की जा रही है। यह भीषण गर्मी में हजारों स्थानीय युवक माइंस एरिया में रोजगार की उम्मीद लेकर जाते हैं लेकिन उन्हें सिर्फ़ निराशा हाथ लगती है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि कंपनी के HR व विभाग के अधिकारियों द्वारा बेरोजगार युवाओं से पैसे लेकर नौकरी दिलाने के कई ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। इसके बावजूद न तो कंपनी ने कोई कार्रवाई की, न ही परियोजना प्रबंधन ने कोई स्पष्ट जवाब दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खड़िया प्रोजेक्ट के GM ने पहले ही निर्देशित किया है कि सभी भर्ती प्रक्रियाएं नीचे कंटेनर ऑफिस में की जाएंगी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। लेकिन इसके बावजूद ऊपरी खदान क्षेत्र में संदिग्ध तरीके से लोगों की भर्ती ली जा रही हैं, जिनमें पैसे लेकर भर्ती की खबरें सामने आ रही हैं। प्रभावित व विस्थापित परिवारों के लोग, जिनका रोजगार कंपनी की जिम्मेदारी है, लगातार प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं। उनका सवाल है कि जब खदान से निकाले गए परिवारों को कंपनी में समुचित रोजगार देना तय है, तो फिर उन्हीं से पैसे क्यों लिए जा रहे हैं?
समाजसेवी और श्रमिक संगठनों ने इस पूरे मामले की जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो क्षेत्र में बड़ा आंदोलन छिड़ सकता है।