ABRPG कॉलेज, अनपरा, सोनभद्र में मा. विन्ध्यवासिनी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शोभा गौड़ का भव्य स्वागत।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट
सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। ABRPG स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अनपरा, सोनभद्र में मा. विन्ध्यवासिनी विश्वविद्यालय, मिर्जापुर की कुलपति प्रोफेसर शोभा गौड़ एवं कुलसचिव रामनारायण का भव्य स्वागत समारोह अत्यंत गरिमामयी एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों तथा समाज के प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति ने समारोह को ऐतिहासिक बना दिया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय विक्रम सिंह ने पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंट कर कुलपति महोदया एवं कुलसचिव महोदय का आत्मीय स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने महाविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों तथा भविष्य की योजनाओं का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया और विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के बीच सशक्त अकादमिक समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। कुलपति प्रो. शोभा गौड़ ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्ति का माध्यम नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व, चरित्र और राष्ट्र निर्माण की आधारशिला भी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखते हुए पूर्ण समर्पण एवं अनुशासन के साथ आगे बढ़ें। कुलसचिव रामनारायण। ने भी अपने उद्बोधन में महाविद्यालय की कार्यशैली की सराहना की और विश्वविद्यालय की आगामी योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, संबद्ध महाविद्यालयों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव तत्पर है।
इस गरिमामयी अवसर पर क्षेत्र के वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित समाजसेवी के.सी. जैन एवं आर.डी. सिंह की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को और भी बढ़ा दिया। कार्यक्रम का सुंदर एवं प्रभावशाली संचालन डॉ. प्रीति मौर्य द्वारा किया गया, जिन्होंने अपनी वाणी की मधुरता एवं संयोजन की कुशलता से पूरे आयोजन को अत्यंत सुचारू रूप से संपन्न कराया।समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अभय शंकर द्विवेदी द्वारा किया गया, जिन्होंने आगंतुकों, कुलपति महोदया, कुलसचिव महोदय, विशिष्ट अतिथियों, प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ. अजय कुमार सिंह, डॉ. आलोक श्रीवास्तव, डॉ. अनुप कुमार द्विवेदी, डॉ. वंदना यादव सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उपलब्धि रहा, बल्कि विद्यार्थियों के लिए दिशा, ऊर्जा एवं संकल्प का स्रोत भी सिद्ध हुआ।