चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य मेघा पवार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाल कल्याण से जुड़े विभिन्न विभागों की समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में बच्चों के संरक्षण, देखरेख, पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुनर्वास एवं सर्वांगीण विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर पी.के. सेनगुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जितेन्द्र गुप्ता, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. आर. डी. पाण्डेय एवं सदस्यगण, जेजेबी सदस्य विजयलक्ष्मी शुक्ला, रीता देवी, विशेष किशोर पुलिस इकाई, डीसीपीयू, जिला बाल संरक्षण अधिकारी नीरज शर्मा, विधि एवं परिवीक्षा अधिकारी वैभव गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी एस.बी. सिंह, डीपीसी, एसी ट्रायबल, चिकित्सा विभाग, श्रम विभाग, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका सरोज सोनमानी एवं सीसीआई के प्रशासक प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मेघा पवार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति, बाल यौन शोषण, बाल तस्करी, नशाखोरी, बाल मजदूरी जैसे संवेदनशील विषयों पर गंभीरता से काम करें और सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य कर बच्चों के सर्वोत्तम हित में योजनाओं को क्रियान्वित करें। उन्होंने पठन-पाठन, खेलकूद एवं मानसिक-शारीरिक विकास पर विशेष ध्यान देने के लिए भी निर्देश दिए। समन्वय बैठक के उपरांत श्रीमती पवार ने अपने दो दिवसीय सिंगरौली प्रवास के दौरान बाल कल्याण समिति के साथ स्कूलों का निरीक्षण किया।
इसके अलावा ओपन शेल्टर होम, एनआरसी, एसएनसीयू यूनिट और जिला जेल का भी भ्रमण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान उनके साथ बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. आर.डी. पाण्डेय, सदस्यगण, जिला शिक्षा अधिकारी एस. बी. सिंह, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रभाकर दुबे, बीआरसी अशोक शुक्ला, आरएमओ डॉ. उमेश सिंह, जेल अधीक्षक डॉ. एल. के. त्रिपाठी, बाल संरक्षण अधिकारी नीरज शर्मा, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका सरोज सोनमानी एवं पाक्सो सपोर्ट पर्सन विनोद सिंह उपस्थित रहे। यह समन्वय बैठक जिले में बाल अधिकारों की सुरक्षा को लेकर एक सशक्त कदम साबित हुई है।