खाद्य पदार्थ,राशन वितरण में मनमानी कर ग्रामीणों को किया जा रहा वंचित

न्यूजलाइन नेटवर्क, सुकमा ब्यूरो

कोंटा : कोंटा तहसील के अति अंदरूनी क्षेत्र ग्राम पंचायत सिंगाराम में 6 महीने में एक बार राशन दिया जा रहा है। जिससे सिंगाराम पंचायत के ग्रामीणों को काफी दिक्कते हो रही है। छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम 2012 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना के द्वारा जो प्रत्येक माह राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दर पर राशनकार्ड प्रस्तुत करने पर पात्रतानुसार उचित मूल्य दुकान से राशन सामग्री प्राप्त होना है।6 महीने की चावल एक साथ ले जाने में काफी मशक्कत करनी होती है। रही बात सड़क नहीं होने से बारिश जैसे दिनों में 6 महीने का राशन ले जाने में कड़ा संघर्ष करना पड़ती है। ग्रामीण अपनी समस्यों को लेकर शिकायत करते हैं फिर भी जिम्मेदार अधिकारियों से अभी तक कोई हल नहीं मिलने की बात सामने आ रही है।ऐसे में स्थिति को देखकर ग्रामीण राशन लेने जाने से हिचकिचाते है। 6 महीने के राशन में ग्रामीणों को शिकायत है की राशन साफ सुथरी नही होती है।चावल में बड़े बड़े कीड़े एवं धब्बे लगे होने से राशन खरीदना उचित नही समझने से राशन दुकान संकलन द्वारा जबरन थमा दिया जाता है। सिंगाराम पचायत की राशन दुकान गोलापल्ली स्थित और दुकान मालिक मीडियम नागा बताया जाता है।विकासशील भारत पर आजादी के 76 वर्ष बाद भी लोगों को चावल जैसे परेशानियों को देखने मिल रहा है, ग्रामीणों को आखिर कब इन समस्याओं से निजात मिलती है यह दूर तक साफ नजर नहीं आ रहा है।

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