उच्च प्राथमिक विद्यालय सिकंदरबोझी में धूम धाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस


78 वे स्वतंत्रता दिवस के सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं
उच्च प्राथमिक विद्यालय सिकंदरबोझी
समीर कुमार,सुभाष चंद्र यादव ,हिमांशु चौहान,अविचल,संजय सिंह
माननीय ग्राम प्रधान राधेश्याम की गरिमामयी उपस्थिति।

हम सब ये तो जानते हैं कि 15 अगस्त 1947, वो दिन था जब भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी हासिल की। देश ने स्वतंत्रता की नई सुबह देखी। ये दिन हमें हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान की याद दिलाता है। उन्हीं की बदौलत हम आज एक आजाद देश में सांस ले पा रहे हैं।

लेकिन आज का दिन केवल अपने इतिहास को याद करने का ही नहीं है। ये तारीख हमें हमारे वर्तमान और भविष्य की दिशा तय करने की भी याद दिलाती है। बेशक, पिछले 78 वर्षों में भारत ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। विज्ञान, तकनीक, शिक्षा, अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में हमने विश्व में अपनी एक नई पहचान बनाई है।

लेकिन आज भी हमारे सामने कई चुनौतियां सिर उठाए खड़ी हैं। गरीबी, बेरोजगारी, सामाजिक असमानता… इन्हें दूर करने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। क्योंकि इसके बिना आजादी अधूरी है। तो क्यों ना इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सभी यह संकल्प लें कि देश की प्रगति में अपना हर संभव योगदान देंगे। भारत को एक मजबूत, समृद्ध और समावेशी राष्ट्र बनाने के लिए अपने स्तर पर जो बन पड़ेगा, करेंगे।

दिलों की धड़कन, वतन की शान हो तुम,
झुका ना सको कोई ऐसा अरमान हो तुम।
तिरंगे की आन-बान और शान हो तुम,
ऐ मेरे प्यारे भारत, मेरी जान हो तुम।’

वतन की मोहब्बत में खुद को तपायेंगे,
जहां जरूरत होगी अपनी जान लुटायेंगे,
क्योंकि भारत हमारा देश है प्यारा,
इसे हम नहीं मिटने देंगे, दुश्मनों से बचायेंगे।

हम बलिदानों के आदी है,
उस हिन्द के फौलाद हैं।
जिस माटी में थे जन्मे भगत सिंह,
हम उस माटी के औलाद हैं ।।

. हम फौलादी जिगर वाले हैं
वतन पर खुद को लुटा देंगे
हमसे यूं न टकराना कभी
हस्ती तुम्हारी सब मिटा देंगे ।।
2024 स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

लिख रहा हूं मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा, इंकलाब लाएगा

  • भगत सिंह

लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी

जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में लिपटकर, सोने में समिटकर मरे हैं शासक कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता

यह बात हवाओं को भी बताए रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत वीर जवानों ने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना।

न पूछो जमाने को क्या हमारी कहानी है।
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है,
की हम सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।

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