न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। राजस्व महाभियान का जायजा लेने के लिए रीवा संभाग कमिश्नर बीएस जामोद ने सिंगरौली जिले का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान कमिश्नर ने माड़ा तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने ऐतिहासिक माड़ा गुफाओं तथा एडवेंचर पार्क का भ्रमण किया। कमिश्नर ने एडवेंचर पार्क में नौका विहार भी किया। भ्रमण के दौरान कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, डीएफओ अखिल बंसल उनके साथ रहे।
सिंगरौली जिले के माड़ा में सातवी शताब्दी में निर्मित माड़ा की प्रसिद्ध गुफाएं स्थित हैं। इनमें प्राचीन काल के शैलचित्र और पत्थरों को काटकर बनाई गई आकर्षक कलाकृतियाँ हैं। यह गुफा शैलोत्कीर्ण स्थापत्य की दृष्टि से इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह म.प्र. पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक घोषित है। यह एक लम्बी शैलोत्कीर्ण गुफा है जो तीन भागों में बंटी हुई है। इसका मुख उत्तर दिशा की ओर है। मध्य क्षेत्र में स्तंभों पर आधारित मण्डप है जिसके मध्य में जगती बनी हुई है। उस पर चतुर्मुखी शिवलिंग, स्थापित है। मण्डप के दोनों ओर स्तंभों पर आधारित बराण्डा है। बांयी ओर के भाग में तीन कक्षनुमा गुफायें हैं, जिसे देख कर कमिश्नर ने खुशी जाहिर की और कहा कि हमें ऐसे महत्वपूर्ण प्राचीन स्मारकों को पर्यटन के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। कमिश्नर और कलेक्टर ने इको एडवेंचर पार्क में स्थापित एडवेंचर गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने नए वर्ष में इको पार्क में पर्यटकों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके बाद कमिश्नर ने परिसर में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर राजस्व विभाग, वन विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कमिश्नर और कलेक्टर ने इको एडवेंचर पार्क माड़ा का किया भ्रमण:- कमिश्नर ने इकोपार्क में किया नौका विहार सिंगरौली 09 दिसंबर 2024. राजस्व महाभियान का जायजा लेने के लिए रीवा संभाग कमिश्नर बीएस जामोद ने सिंगरौली जिले का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान कमिश्नर ने माड़ा तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने ऐतिहासिक माड़ा गुफाओं तथा एडवेंचर पार्क का भ्रमण किया। कमिश्नर ने एडवेंचर पार्क में नौका विहार भी किया।भ्रमण के दौरान कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, डीएफओ अखिल बंसल उनके साथ रहे।
सिंगरौली जिले के माड़ा में सातवी शताब्दी में निर्मित माड़ा की प्रसिद्ध गुफाएं स्थित हैं। इनमें प्राचीन काल के शैलचित्र और पत्थरों को काटकर बनाई गई आकर्षक कलाकृतियाँ हैं। यह गुफा शैलोत्कीर्ण स्थापत्य की दृष्टि से इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह म.प्र. पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक घोषित है। यह एक लम्बी शैलोत्कीर्ण गुफा है जो तीन भागों में बंटी हुई है। इसका मुख उत्तर दिशा की ओर है। मध्य क्षेत्र में स्तंभों पर आधारित मण्डप है जिसके मध्य में जगती बनी हुई है। उस पर चतुर्मुखी शिवलिंग, स्थापित है। मण्डप के दोनों ओर स्तंभों पर आधारित बराण्डा है। बांयी ओर के भाग में तीन कक्षनुमा गुफायें हैं, जिसे देख कर कमिश्नर ने खुशी जाहिर की और कहा कि हमें ऐसे महत्वपूर्ण प्राचीन स्मारकों को पर्यटन के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। कमिश्नर और कलेक्टर ने इको एडवेंचर पार्क में स्थापित एडवेंचर गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने नए वर्ष में इको पार्क में पर्यटकों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके बाद कमिश्नर ने परिसर में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर राजस्व विभाग, वन विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।